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युवा सोच से घर-घर पहुंचने लगा सामान, मिला लोगों को रोजगार

कोरोना काल में लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। रुपये पास में होते हुए भी लोग रोजमर्रा के सामान के लिए महीनों परेशान रहे। इन दिक्कतों से एक युवा सोच ने निजात दिलाने की जिम्मेदारी संभाली। जिससे फल सब्जी दूध दवा समेत लगभग हर रोजमर्रा का सामान घर बैठने पहुंचने लगा। इसके अलावा लोगों को रोजगार भी अपने जिले में ही मिलना शुरू हो गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 01:00 AM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 01:00 AM (IST)
युवा सोच से घर-घर पहुंचने लगा सामान, मिला लोगों को रोजगार
युवा सोच से घर-घर पहुंचने लगा सामान, मिला लोगों को रोजगार

अजयवीर सिंह, शाहजहांपुर : कोरोना काल में लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। रुपये पास में होते हुए भी लोग रोजमर्रा के सामान के लिए महीनों परेशान रहे। इन दिक्कतों से एक युवा सोच ने निजात दिलाने की जिम्मेदारी संभाली। जिससे फल, सब्जी, दूध, दवा समेत लगभग हर रोजमर्रा का सामान घर बैठने पहुंचने लगा। इसके अलावा लोगों को रोजगार भी अपने जिले में ही मिलना शुरू हो गया।

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यह सोच विकासखंड भावलखेड़ा के गांव कनेंग निवासी अधिराज ठाकुर की है। जिन्होंने मुंबई, दिल्ली जैसे बड़े शहरों में चल रहे होमबास्केट एप को कोरोना काल के बीच शाहजहांपुर में शुरू कर दिया। अधिराज ने बताया कि मार्च-अप्रैल में जब जनता क‌र्फ्यू लगा तो कोरोना के डर से हर कोई घरों में कैद होकर रह गया। यदि प्रशासन रोजमर्रा के सामान की दुकान खोलने की अनुमति भी बीच-बीच में दे रहा था तो भी लोग घरों से बाहर निकलने से बच रहे थे। जिस वजह से सब्जी, फल, दूध, दाल, चावल, आटा, नमक जैसा रोजमर्रा का सामान भी समय से नहीं मिल पा रहा था।इन दिक्कतों को अधिराज ने भी करीब से समझा था। उन्होंने इंटरनेट के माध्यम से होमबास्केट एप तैयार कराया। ताकि घर बैठे लोगों को हर सामान मिल सके। यह एप जब शाहजहांपुर में शुरू हुआ तो लोगों को भी खूब भाया। महज तीन-चार माह में 700 से अधिक ग्राहक इस एप के माध्यम से सामान घर बैठे मंगाने लगे।

-------- यह अपनानी होगी प्रक्रिया एंड्राइड मोबाइल के प्ले स्टोर पर जाकर होमबास्केट लिखते ही एप खुल जाएगा। उसे डाउनलोड करने के बाद जब एप खोला जाएगा तो साइनअप पर क्लिक करें। जिसमे नाम, नंबर व पासवर्ड भरना होगा। यह प्रक्रिया सिर्फ एक बार ही करनी पड़ेगी। इसके बाद एप्लीकेशन खुल जाएगी। जिसमे एक हजार से अधिक प्रोडेक्ट लोगों को मिल जाएंगे। जरूरत के हिसाब से सामान को आर्डर किया जा सकता है। -------- हर प्रोडेक्ट पर छूट अधिराज ने बताया कि यह सेवा खुद की इनकम को बढ़ाने के बजाय लोगों को सहूलियत के लिए की जा रही है। जिस वजह से बाजार से भी कम दामों में सामान लोगों के घर तक पहुंचाया जा रहा है। ऑनलाइन सामान पर छूट मिलने की वजह से ग्राहक को भी इस ऑफर का लाभ दिया जा रहा है। ताकि लोगों को बाजार भाव से भी कम में जरूरत का सामान घर बैठे मिल सके। ------- पॉलीथिन का बहिष्कार प्रशासन जहां तमाम प्रयासों के बाद भी पॉलीथिन का प्रयोग बंद नहीं करवा पा रहा है वहीं अधिराज की युवा सोच पर्यावरण को बचाने का भी प्रयास कर रही है। उन्होंने हर सामान को पैकिग के माध्यम से लोगों के घरों तक पहुंचाना शुरू किया है। उनके इस प्रयास की हर कोई सराहना कर रहा है। ------- युवाओं को मिला रोजगार

कोरोना की वजह से बहुत से कारोबार प्रभावित हुए है। जिस वजह लोगों का रोजगार भी छिन गया था। लेकिन अधिराज ने कोरोना काल में ही 15 से अधिक युवाओं को इस एप के माध्यम से रोजगार देना शुरू कर दिया है। जिसमे तीन-चार युवतियां भी शामिल है। जैसे-जैसे ग्राहकों की संख्या बढ़ रही है वैसे ही रोजगार पाने वाले युवाओं की भी। ---- दूसरों पर कर रहे विश्वास आमतौर पर ऑनलाइन सामान का ऑर्डर करने पर रुपये पहले जमा करने पड़ते है। जिससे कई बार लोग धोखाधड़ी का भी शिकार हो जाते है, लेकिन अधिराज ने ऐसा करने के बजाय सामान घर पहुंचवाने व ग्राहक के संतुष्ट होने के बाद ही रुपये ले रहे है।


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