बीमा एजेंट की गोली मारकर हत्या
घटना स्थल भी पुलिस ने तमंचा भी किया बरामद गर्दन पे लगी है गोली
क्षेत्र के पिपरौला गांव निवासी 37 वर्षीय संतोष कुमार बीमा एजेंट हैं। इसके अलावा वह गांव में ही जनसेवा केंद्र भी चलाते हैं। बुधवार सुबह वह बाइक से मदनापुर क्षेत्र में बीमा की किश्तें जमा व भुगतान कराने के संबंध में बातचीत करने गये थे। दोपहर करीब दो बजे पिपरौला गांव के दो किमी पीछे एक झाले पर पहुंचे थे। यहां से करीब डेढ़ सौ मीटर पहले कीचड़ की वजह से बाइक गन्ने के खेत के किनारे खड़ी कर दी। पैदल ही झाला पर जाने के बाद वापस आते समय उन्हें गोली मारी गई। जिस स्थान पर बाइक थी, उससे करीब 50 मीटर पहले गन्ने के खेत की मेड़ के किनारे उनका शव पड़ा था। राहगीरों ने पुलिस व परिजनों तक सूचना पहुंचाई। पुलिस ने मौके से तमंचा बरामद किया है। सीओ सदर परमानंद पांडेय ने आस-पास के ग्रामीणों से जानकारी की।
सिर में लगी थी गोली
संतोष के पीछे सिर में गोली लगी थी। जिस वजह से राहगीर चेहरा पहचान नहीं पा रहे थे। उन्होंने बाइक से संतोष की शिनाख्त की।
शव देखते ही गिर पड़ा भाई
संतोष के भाई सर्वेश शव देखते ही चीख कर रोने लगे। कुछ दूर चलने के बाद वह गिर पड़ा। ग्रामीणों ने ढांढस बंधाया।
बेहोश हुई पत्नी, भिजवाया अस्पताल
संतोष की मौत की खबर सुनकर पत्नी मैना देवी बेहोश हो गईं। होश न आने पर परिजन एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उनका उपचार कराया गया।
ढाई लाख की हुई थी लूट
करीब ढाई माह माह पहले संतोष के साथ ढाई लाख रुपये की लूट हो गई थी। बदमाशों की पिटाई से संतोष करीब एक माह कोमा में रहे थे।
चार भाइयो में बड़े थे संतोष
पूरे परिवार की जिम्मेदारी संतोष पर थी। चार भाइयों में वह बड़े थे। संतोष की मौत से भाई सर्वेश सिंह, हेमसिंह, गया सिंह, बेटा रितिका व निहारिका का रो-रोकर बुरा हाल था। वर्जन:
हत्या की घटना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। तमंचा बरामद कर उसकी जांच कराई जा रही है। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
धनंजय सिंह, प्रभारी निरीक्षक