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शाहजहांपुर में तांत्रिक के चक्कर में पिता-पुत्र की करंट लगने से गई जान

तांत्रिक के कहने पर बीमार बेटे को गन्ने के खेत में नहलाते समय हादसा हो गया। ब्लेड वाले तारों में प्रवाहित हो रहे करंट की चपेट में आकर पिता-पुत्र केकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर स्वजन मौके पर पहुंचे। घटना क्षेत्र हरदोई जिले के पचदेवरा में होने की वजह से वहां की पुलिस ने कार्रवाई की।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Jul 2021 01:11 AM (IST)Updated: Mon, 19 Jul 2021 01:11 AM (IST)
शाहजहांपुर में तांत्रिक के चक्कर में पिता-पुत्र की करंट लगने से गई जान
शाहजहांपुर में तांत्रिक के चक्कर में पिता-पुत्र की करंट लगने से गई जान

अल्हागंज (शाहजहांपुर) जेएनएन : तांत्रिक के कहने पर बीमार बेटे को गन्ने के खेत में नहलाते समय हादसा हो गया। ब्लेड वाले तारों में प्रवाहित हो रहे करंट की चपेट में आकर पिता-पुत्र केकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर स्वजन मौके पर पहुंचे। घटना क्षेत्र हरदोई जिले के पचदेवरा में होने की वजह से वहां की पुलिस ने कार्रवाई की। क्षेत्र के धर्मपुर पिडरिया गांव निवासी सुल्लू उर्फ सुल्तान के छह वर्षीय बेटा गोविंद सूखा रोग से पीड़ित था। उन्होंने कई झोलाछापों से इलाज कराया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। ऐसे में उन्होंने एक तांत्रिक से संपर्क किया। तांत्रिक ने सुबह जल्दी गन्ने के खेत में भरे पानी में ले जाकर गोविद को नहलाने की सलाह दी। ऐसे में रविवार सुबह सुल्लू बेटे गोविद को लेकर गांव से करीब दो किमी दूर हरदोई जिले के पचदेवरा थाना क्षेत्र के सपहा भापुर गांव निवासी धर्मपाल सिंह के गन्ने के खेत में लेकर गए। जहां इंजन से पानी भरा जा रहा था। खेत में गोविद को नहलाते समय खेत के किनारे बंधे ब्लेड वाला तार छूने से सुल्लू व गोविद के करंट लग गया। जिससे दोनों की मौत हो गई। काफी देर तक तब जब दोनों घर नहीं पहुंचे तो स्वजन तलाश करते हुए घटना स्थल पर पहुंच गए। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। ------ फसल बचाने के लिए छोड़ा गया था करंट बेसहारा पशुओं की वजह से ग्रामीणों ने ब्लेड वाले तार खेतों में बांध रखे है। बताया जाता है कि सुबह के समय ग्रामीण तारों में करंट भी छोड़ देते है। इसकी जानकारी पिता-पुत्र को नहीं हो सकी। --------

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पत्नी को थी जानकारी

सुल्लू की पत्नी सीता देवी को जानकारी थी कि किसके खेत में गोविद को नहलाने ले गए है। जब काफी देर तक वह वापस घर नहीं पहुंचे तो सीता ने ही परिवार के अन्य सदस्यों को धर्मपाल के खेत में जाकर देखने की बात कही।

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सीमा विवाद भी चलता रहा

घटना की जानकारी अल्हागंज पुलिस को भी दी गई। लेकिन घटना क्षेत्र के हरदोई के पचदेवरा क्षेत्र में होने की वजह से अल्हागंज पुलिस ने कार्रवाई करने से इन्कार कर दिया। आखिर में हरदोई पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

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छोटा बेटा था गोविद

सुल्लू का बड़ा बेटा राहुल है। जबकि गोविद छोटा था। इसके अलावा तीन बेटी अंजली, प्रांशी व तनिशा है। पति व बेटे की मौत से सीता बार-बार घटना स्थल पर ही बेहोश हो रही थी।


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