बाडीगांव में बुखार का बसेरा, 100 से अधिक मरीज
बाडीगांव में बुखार के मरीज कम नहीं हो रहे है। विशेषज्ञ चिकित्सकों के पास जाने के बजाय मरीज झोलाछाप से ही इलाज करा रहे है। जबकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी गांव में 20 दिन में महज दो बार ही कैंप लग सका है
जेएंनएन, शाहजहांपुर : बाडीगांव में बुखार के मरीज कम नहीं हो रहे है। विशेषज्ञ चिकित्सकों के पास जाने के बजाय मरीज झोलाछाप से ही इलाज करा रहे है। जबकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी गांव में 20 दिन में महज दो बार ही कैंप लग सका है।
जिले में बुखार का प्रकोप सितंबर माह से फैला है। विकासखंड भावलखेड़ा के बाडीगांव में इसको लेकर स्थिति गंभीर होती जा रहा है। यहां 100 से अधिक ग्रामीण बुखार से पीड़ित है। जिसमें बुजुर्ग से लेकर बच्चे तक शामिल है। 20 दिन पहले तक गांव में गंदगी के ढेर लगे रहते थे। लेकिन दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन ने साफ-सफाई कराई लेकिन मरीजों को बेहतर उपचार कराने के लिए अब तक कोई ठोस प्रयास नहीं किए। यहां सामान्य तौर पर दो बार कैंप लगाकर मरीजों को सिर्फ दवा बांट दी गई। लेकिन दवा से सुधार न होने पर मरीज फिर झोलाछापों के पास ही उपचार कराने को मजबूर हो रहे है। यह हैं बुखार से पीड़ित
सगीर, मोहम्मद यामीन, सद्दाक, मोहम्मद ताहिर, मोहम्मद अयूब, अकरम, कलीम, कामरान, फैजान, आदिल, तौफीक, मुकीम, तबरेज, रियाज काफी दिनों से बुखार से पीड़ित है। इसी तरह गांव के फैजान, वसीम, दिलावर, रवीना, वारिस, सना, निजामुद्दीन, साहिल, अनीस, एजाज, जलील, आमिर, शाबाद, तोताराम, गिरीश, रुखसाना, जहूर, सरदार, उस्मान, कल्लू, भल्लू आदि भी बुखार से पीड़ित है। बाडीगांव में संक्रमण फैलने की जानकारी है। दो बार टीमें भी भेजी जा चुकी है। कुछ ऐसी जांचे है जो गांव में संभव नहीं है। इस लिए मरीजों को अस्पताल तक लाने का प्रयास किया जा रहा है।
डा. राजीव भारती, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी भावलखेड़ा