जौहर विवि में अवैध रूप से दबाई वक्फ संपत्ति वापस लेगी सरकार
जेएनएन, शाहजहांपुर : सपा नेता आजम खां की मुश्किलें थमती नजर नहीं आ रहीं। रामपुर में उनके बनवाए जौहर विश्वविद्यालय में वक्फ की जमीन होने का मामला फिर उछला है। बुधवार को प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण, वक्फ एवं पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए अवैध रूप से लीज पर ली गई वक्फ संपत्ति को वापस लेंगे।
शहर प्रवास के दौरान उन्हें मीडिया के कहा कि सपा सरकार में आजम खां ने वक्फ संपत्ति का दुरुपयोग किया। मात्र 100 रुपये में करीब 100 कमरे और लाइब्रेरी का स्थान ले लिया। दुनिया के सबसे अच्छे आलिया मदरसा को भी जौहर विश्वविद्यालय में मिला लिया। वहां बड़ी संख्या में कमरे व देश सभ्यता-संस्कृति की शिक्षा देने वाली करोड़ों की किताबें भी ले लीं। सरकार मदरसा व पुस्तकों को वापस लेकर राष्ट्र को समर्पित करेगी।
मंत्री ने बेसहारा पशुओं पर कहा कि प्रत्येक जिले में 25 एकड़ में बड़ी गोशाला बनाने का आदेश जारी कर दिया है। इन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए पंचगव्य आधारित उत्पादों के साथ ही सीएनजी उत्पादन किया जाएगा। इसके लिए पशुपालकों से दो रुपये प्रति किलो की दर से गोबर खरीदा जाएगा। दिसंबर तक सभी बेसहारा पशु आश्रय स्थलों में होंगे। दूध निकालकर पशुओं को छोड़ने वालों पर पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा लिखकर जुर्माना भी वसूलेंगे। लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। अमरोहा में जहरीला चारा खाने से 61 गायों की मृत्यु के मामले की जांच कराई जा रही है। सभी गोशाला में चारा खिलाने से पूर्व जांच को अनिवार्य कर दिया गया है। गोआधारित खेती पर जोर दिया जा रहा। गायों की सुरक्षा के लिए एक से 12 अगस्त तथा 18 से 31 अगस्त तक संक्रामक रोग नियंत्रण अभियान चला रहा है। पहली बार मंडल स्तर पर नोडल अधिकारी बनाए गए है।
मदरसों में लागू होंगे बेसिक शिक्षा के नियम, नियुक्तियों की जांच
मंत्री ने कहा कि मदरसों के किसी भी उम्र में प्रवेश लिया जा सकता है। इसमें परिवर्तन कर बेसिक शिक्षा की तरह आयु सीमा का निर्धारण किया जाएगा। राष्ट्रगान के साथ राष्ट्र ध्वज फहराने का भी क्रम शुरू हो गया है। कई मदरसों मे फर्जी नियुक्तियों की जानकारी मिली है, इसलिए जांच कराई जा रही है।
बिहार में नितीश ने धोखा दिया
बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम पर कहा कि भाजपा मूल्यों की राजनीति करती है। चुनाव से पहले वादा किया इसलिए कम सीट होने के बावजूद नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया। भाजपा चाहती तो खुद भी मुख्यमंत्री पद ले सकती थी। इसके बावजूद नितीश ने धोखा दिया।