दूसरे दिन भी खेतों में बाघ ढूंढते रहे वनकर्मी
वन विभाग की टीम गांव पहुंची। वन रक्षक आशाराम के साथ करीब चार घंटे तक खेड़ा संडा के अलावा पास के पिपरिया व मोहरतला गांवों के खेतों के पास टीम गई। कहीं बाघ की मौजूदगी जैसा कुछ नहीं मिला।
जेएनएन, शाहजहांपुर : क्षेत्र के खेड़ा संडा गांव में बाघ का पता नहीं चल सका है। वन विभाग की टीम ने दूसरे दिन भी कांबिग की। ग्रामीण सहमे हुए हैं। गांव में दिन में भी सन्नाटा सा पसरा रहा। खेतों पर कुछ लोग गए भी, लेकिन जल्दी वापस आ गए। रविवार सुबह गांव के सुंदर के खेत में बाघ के
पगचिह्न मिले थे। खेत में बछिया का अधखाया शव भी मिला था। सोमवार को एक बार फिर वन विभाग की टीम गांव पहुंची। वन रक्षक आशाराम के साथ करीब चार घंटे तक खेड़ा संडा के अलावा पास के पिपरिया व मोहरतला गांवों के खेतों के पास टीम गई। कहीं बाघ की मौजूदगी जैसा कुछ नहीं मिला। वहीं ग्रामीण सहमे हुए हैं। प्रधान भानु सिंह ने बताया कि लोग पशुओं को भी घर के अंदर बांध रहे हैं। वन रेंजर टीसी पंत ने बताया कि टीम गांव में लगातार कांबिंग करेगी।