इस्लाम का आतंकवाद से कोई रिश्ता नहीं : सना उल्ला
शाहजहांपुर : मुहल्ला महमंद जलालनगर में जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी का आयोजन हुआ। उलेमा-ए-कराम
शाहजहांपुर : मुहल्ला महमंद जलालनगर में जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी का आयोजन हुआ। उलेमा-ए-कराम ने नेक रास्ते पर चलने की ताकीद की।
जलसे में गोरखपुर से आये मुख्य वक्ता मुफ्ती सना उल्ला ने कहा कि हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्ललाहो अलैहिवसल्लम जब दुनिया में तशरीफ लाए उस वक्त जिहालत चारों तरफ फैली हुई थी। उन्होंने समाज से जिहालत खत्म की और इल्म सीखने के लिए पैगाम दिया। मुफ्ती सना उल्ला ने कहा कि मजहब-ए- इस्लाम अमन और शान्ति का पैगाम देता है। इसका आतंकवाद से कोई रिश्ता नहीं है। डीएम कम्पाउंड मस्जिद के इमाम व विशिष्ट वक्ता मौलाना अनीस खां अतहर ने कहा कि इक्तेदार पाने वाले लोगों को यह ध्यान रखना चाहिए कि जुल्म ज्यादा वक्त नहीं रहता। अल्लाह उसी ताकत को लम्बी उम्र देता है जो इंसाफ करता और इंसानियत के काम आता है। बरेली से तशरीफ लाए मौलाना अशफाक नूरी, मौलाना जाबिर, दावत-ए-इस्लामी के जिला निगरां हाफिज अनीस अत्तारी ने भी अपने ख्यालात का इजहार किया। इससे पहले जलसे का आगाज तिलावते कुरआन-ए-पाक से किया गया। नात किश्वर, उवैस रजा, मुजीब अत्तारी, रेहान रजा और कारी अली अहमद से पढी। आखिर में मुल्क व कौम की तरक्की और कामयाबी की दुआ मांगी गई। निजामत मोहम्मद इस्लाम ने की।
इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष तनवीर खां, कासिम खां, तौकीर खां, तहसीन, वसीउल्ला, सैयद मसूद, अनवर सईद, उजैर, निहाल, अमन मलिक, हामिद खां, सत्तार, नफासत, चंदा, फैयाज, नन्हे, राशिद, जीशान, फिरोज, आरिफ, सलीम, शाहनवाज इदरीसी, रजी उल्ला, नसीम खां, मुनव्वर, सभासद शकील, नुसरत, हाजी कमाल आदि मौजूद रहे।