नहीं पहुंचा दूत तो दिव्यांग को गाड़ी से ले आए डीएम
दिव्यांगजनों की मतदान में सहायता के लिए नियुक्त दूतों ने अभी तक दिव्यांगों से संपर्क नहीं किया है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : दिव्यांगजनों की मतदान में सहायता के लिए नियुक्त दूतों ने अभी तक दिव्यांगों से संपर्क नहीं किया है। कलेक्ट्रेट आए एक दिव्यांग से इस आशय के संकेत मिलने पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने जीएफ कॉलेज में अफसरों की परेड कराई। नियुक्त दूतों की सूची तलब करने के साथ ही दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी को परीक्षण का जिम्मा सौंपा।
दरअसल गुरुवार को सिधौली क्षेत्र के गांव महासिर निवासी दिव्यांग रमेश चंद्र पेंशन की जानकारी के लिए कलेक्ट्रेट आया था। जिला निर्वाचन अधिकारी व डीएम अमृत त्रिपाठी दिव्यांग को देख ठिठक गए। उन्होंने रमेश की समस्या सुनने के बाद दिव्यांग दूत के बारे में पूछा। रमेश ने दिव्यांग दूत के प्रति अनभिज्ञता जताने पर डीएम गंभीर हो गए। उन्होंने दिव्यांग को साथ गाड़ी में बिठाया और जीएफ कॉलेज ले आए। यहां उन्होंने तहसीलदार, दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी, सीएमओ समेत संबंधित अधिकारियों को तलब किया।
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रमेश की खंगाली कुंडली दूत को किया फोन
तहसीलदार प्रभाकर त्रिपाठी ने दिव्यांग रमेश का वोटर लिस्ट से ब्योरा जुटाने के बाद नियुक्त दूत अखिलेश यादव को फोन किया। दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी अधिकारी हरीश कुमार ने पेंशन वितरण की जानकारी जुटाई। दिव्यांग दूत ने बताया कि वह रमेश के घर गया था, लेकिन रमेश मिल नहीं सके। दूत ने गांव के दूसरे दिव्यांग सुनील से इसकी पुष्टि भी कराई। क्रास चेकिग के बाद संतुष्ट हुए डीएम
डीएम अमृत त्रिपाठी ने मतदान में मदद को नियुक्त दिव्यांग दूतों की क्रास चेकिग कराई। इसके लिए उन्होंने नोडल अधिकारी सीएमओ डा. आरपी रावत को साथ रखा। दिव्यांग दूतों को भी दायित्व बोध कराया।