Move to Jagran APP

तापीय परियोजना के डीजीएम की संदिगध परिस्थितियों में मौत

रोजा तापीय परियोजना के डिप्टी जनरल मैनेजर आइटी सुनील कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उनका शव टाउनशिप स्थित आवास में बेड पर पड़ा मिला।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Nov 2020 12:49 AM (IST)Updated: Wed, 04 Nov 2020 12:49 AM (IST)
तापीय परियोजना के डीजीएम की संदिगध परिस्थितियों में मौत
तापीय परियोजना के डीजीएम की संदिगध परिस्थितियों में मौत

शाहजहांपुर, जेएनएन: रोजा तापीय परियोजना के डिप्टी जनरल मैनेजर आइटी सुनील कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उनका शव टाउनशिप स्थित आवास में बेड पर पड़ा मिला। घर में काम करने वाले कर्मचारी के फोन करने पर भी जब दरवाजा न खुला तो पुलिस बुलाई, जिसके बाद जानकारी हुई।

loksabha election banner

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर के भारती नगर निवासी सुनील कुमार रिलायंस की रोजा तापीय परियोजना में डिप्टी जनरल मैनेजर आइटी के पद पर तैनात थे। वह परियोजना की टाउनशिप में स्थित आवास में अकेले रहते थे। दो दिन से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था। इसलिए उन्होंने छुट्टी ले ली थी। मंगलवार सुबह सुनील के आवास पर काम करने वाला कर्मचारी रामचंद्र मिशन क्षेत्र के मिश्रीपुर गांव निवासी रतीराम पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी देर खटखटाने के बाद कॉल की, लेकिन रिसीव नहीं हुई। उसने सोचा कि सुनील सो रहे हैं, इसलिए वापस चला गया। दोपहर बाद फिर से वहां पहुंचा तो दरवाजा नहीं खुला, जिस पर उसने आसपड़ोस के लोगों को सूचना दी। कुछ ही देर में वहां परियोजना के अधिकारी पहुंच गए। सुरक्षाकर्मियों ने रोशनदान में बने सुराख से वेब कैमरा डालकर अंदर देखा तो सुनील बेड पर लेटे हुए थे। सूचना पर रामचंद्र मिशन थाने की पुलिस पहुंची और दरवाजा तोड़ा। कमरे में एसी चल रहा था। परियोजना के डॉक्टरों की टीम ने सुनील को मृत घोषित कर दिया।

---

तापीय परियोजना से फोन आया था, जिसके बाद टाउनशिप पहुंचकर दरवाजा तोड़ा। जानकारी करने पर पता चला है कि उनकी सोमवार रात करीब साढ़े नौ बजे पत्नी से वीडियो कॉल पर बात हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।

संजय कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक, रामचंद्र मिशन

---

सुनील कुमार परियोजना में डिप्टी जनरल मैनेजर आइटी के पद पर तैनात थे। रविवार को अपने संबंधित अधिकारी से उन्होंने छुट्टी ली थी। डॉक्टर प्रथम दृष्टया दिल का दौरा मान रहे हैं। फिर भी मौत के सही कारणों को जानने के लिए पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

मेजर धर्मेंद्र बैस, वरिष्ठ एचआर हेड, रोजा तापीय परियोजना


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.