Chinmayananda case : जेल पहुंचा वायरल वीडियो के वॉयस सैंपल टेस्ट कराने का आदेश
आवाज का सैंपल लेने के लिए चिन्मयानंद छात्रा व तीनों युवकों को लखनऊ स्थित फॉरेंसिक लैब ले जाने के लिए कोर्ट की अनुमति का पत्र जेल प्रशासन तक पहुंच गया है।
शाहजहांपुर, जेएनएन। आवाज का सैंपल लेने के लिए चिन्मयानंद, छात्रा व तीनों युवकों को लखनऊ स्थित फॉरेंसिक लैब ले जाने के लिए कोर्ट की अनुमति का पत्र जेल प्रशासन तक पहुंच गया है। हालांकि, पांचों लोगों को कब ले जाया जाएगा इसका आदेश में कोई जिक्र नहीं है। माना जा रहा है दशहरा के अवकाश के चलते मंगलवार के बाद यह प्रक्रिया की जा सकती है।
दुष्कर्म-रंगदारी प्रकरण की जांच में वायरल हुए वीडियो अहम साक्ष्य हैं। विशेष जांच दल (एसआइटी) का दावा है कि जांच के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद, छात्रा और तीनों युवकों ने वीडियो में अपनी मौजूदगी स्वीकारी है। विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की जांच में भी वीडियो सही पाए गए हैं। उनसे टेंपरिंग या एडिटिंग की बात सामने नहीं आई है, लेकिन जो आवाज इन वीडियो क्लिप में है वह आरोपितों की ही है इसे साबित करने के लिए उनका वॉयस सैंपल टेस्ट होना जरूरी है। ताकि एसआइटी अपनी जांच को सही बताते हुए हाईकोर्ट में मजबूती से अपना पक्ष रख सके। इसलिए पांचों लोगों को लखनऊ विधि विज्ञान प्रयोगशाला ले जाने की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट से अनुमति ली है। कोर्ट से इसका आदेश जेल प्रशासन तक पहुंच गया है। अब इंतजार एसआइटी का है कि वह कब आरोपितों को वॉयस सैंपल टेस्ट के लिए लखनऊ ले जाएगी।
बुधवार को ले जा सकती है टीम
कोर्ट के आदेश में इसका जिक्र नहीं है कि एसआइटी कब और कितने समय के लिए आरोपितों को ले जाएगी। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि यह रिमांड न होकर जांच के लिए दी गई अनुमति है। मंगलवार को दशहरा है। ऐसे में अगर सोमवार को लैब से पर्याप्त समय नहीं मिलता है तो आरोपितों की सुरक्षा को देखते हुए एसआइटी उनको दशहरा बाद ले जा सकती है।
10 और 26 सितंबर को हुए थे वीडियो वायरल
छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद चिन्मयानंद के कुछ आपत्तिजनक वीडियो 10 सितंबर को वायरल हुए थे। उसी दिन शाम को एक और वीडियो वायरल हुआ था जो चिन्मयानंद से रंगदारी मांगे जाने के मामले से संबंधित बताया जा रहा है। इसमें छात्रा व उसके दोस्त संजय के अलावा सचिन व विक्रम की बातचीत भी है। वहीं, इससे जुड़ा एक और वीडियो 26 सितंबर को वायरल हुआ था। एसआइटी ने वायरल वीडियो से पांचों की आवाज मिलान के लिए रिमांड मांगी थी, जिस पर कोर्ट ने शनिवार को अनुमति दे दी थी।
डायरी में छिपी अहम जानकारी
दुष्कर्म-रंगदारी प्रकरण में पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद समेत पांचों आरोपितों को एसआइटी जेल भेज चुकी है। अब एसआइटी दोनों केस की कड़ी से कड़ी जोड़ने में जुटी है। इस बीच एक डायरी का जिक्र भी सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि इससे एसआइटी को अहम जानकारियां मिल सकती हैं। एसआइटी ने अपनी जांच के दौरान मुमुक्षु आश्रम से लेकर उसके कॉलेजों के बारे में काफी छानबीन की है। हॉस्टल व छात्रा के घर पर भी टीम जा चुकी है। दिल्ली से दौसा तक पहुंचने के दौरान छात्रा व उसके साथी कहां-कहां गए, कब कहां रुके इनके बारे में जानकारी जुटा चुकी है। चिन्मयानंद के दिव्य धाम को भी खंगाला जा चुका है। इस दौरान टीम को कई महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं। एक डायरी को लेकर भी चर्चा सामने आ रही है। जिससे एसआइटी को काफी मदद मिल सकती है। हालांकि, यह डायरी चिन्मयानंद या छात्रा किससे संबंधित है। इसमें किस तरह की जानकारियां हैं। इस बारे में कुछ पता नहीं चल सका है।