कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने किया मार्गो का लोकार्पण
शाहजहांपुर जेएनएन कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बुधवार को मार्गों का लोकार्पण कि
शाहजहांपुर, जेएनएन : कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बुधवार को मार्गों का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनकर निस्तारण भी कराया। इसके अलावा स्वच्छ सर्वेक्षण में हिस्सा लेने के लिए भी लोगों को जागरूक किया।
शहर के निगोही रोड स्थित अशोक विहार कॉलोनी में सड़क का लोकार्पण करने पहुंचे कैबिनेट मंत्री का पंचशील सोशल वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष रामसिंह ने फूल मालाओं से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में शाहजहांपुर नगर निगम की 78 वां स्थान था। हमारा उद्देश्य है कि अब पहले स्थान पर पहुंच सके। इस मौके पर नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा, उप नगर आयुक्त आशुतोष दुबे, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी गौतम, मुख्य अभियंता दिनेश सचान, अरुण गुप्ता, छंगेलाल राठौर, विनोद कुमार, शैलेंद्र कुमार, विनीता गुप्ता आदि मौजूद रहे। वहीं रोजा क्षेत्र में आदर्शनगर कालोनी में मार्ग नंबर तीन को समाजसेवी हरिकिशन त्यागी के नाम पर बनाया है। जिसका लोकार्पण करते हुए कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि हर समर्थ व्यक्ति को समाजसेवा जरूर करनी चाहिए ताकि समाज के गरीब व जरूरतमंदों की मदद हो सके। उन्होंने 102 जरूरतमंदों को कंबल भी इस दौरान वितरित कराए।इस मौके पर नरमू सचिव नरेंद्र त्यागी,भाजपा महानगर जिलाध्यक्ष अरुण कुमार गुप्ता, पूर्व नगर अध्यक्ष अनिल वाजपेयी, अनूप गुप्ता, अनिल मालवीय, रोजा के नरमू सचिव अमित भगवत मिश्रा, दीपिका त्यागी, शुभम पांडेय आदि मौजूद रहे। मंत्री ने फसल अवशेष प्रबंधन का बताया महत्व
रोजा : कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से फसल अवशेष प्रबंधन योजना के तहत ब्लॉक स्तरीय कृषक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने फसल अवशेष प्रबंधन की महत्ता बतायी। उन्होंने अवशेष जलाने से पर्यावरण को हो रहे नुकसान के बारे में बताया।
भावलखेड़ा ब्लाक के ददिउरा गांव में हुए आयोजन में कैबिनेट मंत्री ने बाजार व्यवस्था तथा कांट्रैक्ट फार्मिंग के बारे में बताया। उन्होंने किसानों से कहा कि नई तकनीकि अपनाकर अपनी आय को दोगुना करें। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का जिक्र किया। जिला पंचायत अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह यादव ने कहा कि किसान मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए फसल अवशेषों को मिट्टी में मिलाएं, जिससे मिट्टी में जीवांश पदार्थ की मात्रा बढ़ें और उर्वरकों की मात्रा में कमी की जा सके। उन्होंने किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती के लिए प्रेरित किया। गन्ना किसान संस्थान के सहायक निदेशक डॉ. पीके कपिल ने फसल अवशेष को किस तरह से मिट्टी में मिला कर गन्ने की खेती में लागत कम की जा सकती है यह बताया। कृषि विज्ञान के प्रभारी अधिकारी डॉ. एनसी त्रिपाठी ने केंद्र के कार्यों केा बताया। इस दौरान डॉ. एसके वर्मा, डॉ. रोहित, डॉ. सीपी गुप्ता आदि मौजूद रहे।