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खेल-खेल में बिदकी घोड़ी ने ली बालक की जान

खेल-खेल में क्षेत्र के बानगांव में शनिवार शाम बड़ी घटना हो गई। अचानक बिदकी घोड़ी ने अपने साथ खेल रहे बालक को करीब तीन सौ मीटर तक घसीटा जिससे उसकी जान चली गई

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Jul 2021 12:59 AM (IST)Updated: Sun, 25 Jul 2021 12:59 AM (IST)
खेल-खेल में बिदकी घोड़ी ने ली बालक की जान
खेल-खेल में बिदकी घोड़ी ने ली बालक की जान

जेएनएन, शाहजहांपुर : खेल-खेल में क्षेत्र के बानगांव में शनिवार शाम बड़ी घटना हो गई। अचानक बिदकी घोड़ी ने अपने साथ खेल रहे बालक को करीब तीन सौ मीटर तक घसीटा, जिससे उसकी जान चली गई।

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बानगांव निवासी वीरेंद्र शाम करीब साढ़े चार बजे अपनी घोड़ी को लेकर मंदिर के पास गया था। जहां उसने पास के खेत में उसे चरने के लिए छोड़ दिया। कुछ देर में वहां गांव के हरदेव का 12 वर्षीय बेटा रमन भी पहुंच गया। उसने घोड़ी की लंबी रस्सी को अपनी कमर में बांध लिया और उसके साथ खेलने लगा। इस बीच अचानक घोड़ी बिदक गई। वह खेतों के अंदर दौड़ी तो रमन भी रस्सी बंधी होने के कारण उसके साथ घसीटता हुआ चला गया। उसकी चीख सुन वीरेंद्र व मंदिर पर मौजूद अन्य लोग दौड़े। किसी तरह वीरेंद्र ने घोड़ी पर काबू पाया। इसके बाद रमन की कमर में बंधी रस्सी खोली। उसको जरियनपुर सीएचसी ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इकलौता बेटा था रमन

घटना के समय हरदेव अपनी रिश्तेदारी में गए थे। रमन की मां रंजना व चार बहनें बिलखती हुईं वहां पहुंचीं। बेटे का शव देख रंजन का हाल बेहाल था। रंजना ने बताया कि रमन उनका इकलौता बेटा था। मंदिर पर मौजूद लोगों ने बताया कि बालक घोड़ी के साथ खेल रहा था। उसने कमर में रस्सी बांध ली थी। इसलिए घोड़ी के भागने पर वह उसके साथ ही घसीट गया। अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है, स्वजन अगर तहरीर देंगे तो कार्रवाई की जाएगी।

मानबहादुर, एसओ मिर्जापुर


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