अन्नदाताओं की पूरी हुई आस, बदरा ने बुझाई फसलों की प्यास
आखिर इंद्र देव अन्नदाताओं पर मेहरबान हो गए। शनिवार रात मूसलाधार बारिश से खेत लबालब भर गए। रही सही कसर रविवार सुबह की बारिश से पूरी हो गई।
जेएनएन, शाहजहांपुर : आखिर इंद्र देव अन्नदाताओं पर मेहरबान हो गए। शनिवार रात मूसलाधार बारिश से खेत लबालब भर गए। रही सही कसर रविवार सुबह की बारिश से पूरी हो गई। मौसम विज्ञानियों ने सुबह पांच बजे 57 मिमी तथा शाम को पांच बजे 19 मिमी बारिश का आंकड़ा रिकॉर्ड किया। चौबीस घंटे के भीतर 76 मिमी बारिश से किसानों के चेहरे पर चमक लौट आई।
जनपद में करीब 2.65 लाख हेक्टेयर धान समेत तीन लाख हेक्टेयर में खरीफ व दलहन तिलहन की फसलें हैं। बारिश न होने से फसले भी मुरझा रही थीं। किसानों को सिचाई के लिए भूगर्भीय जल का सहारा लेना पड़ रहा था। शनिवार रात से रविवार शाम तक 76 मिमी बारिश ने फसलों को प्यास बुझा दी। इससे जून व जुलाई में बारिश का आंकड़ा 241 मिमी तथा जनवरी से अब तक की कुल बारिश 406 मिमी हो गई है।
पारा लुढ़का, मौसम खुशगवार
बारिश से रात का तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 24 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। जबकि सुबह की बारिश से पारा 35 डिग्री सेल्सियस से लुढ़क कर 31 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। वहीं, सुबह आद्रता 77 फीसद व शाम को 97 फीसद दर्ज की गई। मौसम विज्ञानी डा. मनमोहन सिंह ने कहा कि वायुदाब में 20 मिलीबार की गिरावट को देख बारिश के आसार बने हुए हैं। किसानों को अरबों का फायदा
आमतौर पर किसान एक हेक्टेयर में 10 से 15 मिमी सिचाईं के लिए एक हजार से 1200 रुपये तक खर्च करते हैं। 76 मिमी बारिश हो जाने से किसानो को प्रति हेक्टेयर करीब पांच हजार का फायदा हुआ है। जनपद में गन्ना, खरीफ व शाक भाजी समेत चार लाख हेक्टेयर में खेती होती है। इससे किसानों को अरबों का फायदा हुआ है।
डा. सतीश चंद्र पाठक, जिला कृषि अधिकारी