आसमानी पहरा से फिर पकड़े 23 पर्यावरण के दुश्मन
आसमानी पहरा से पर्यावरण के दुश्मन बच नहीं पाएंगे।
शाहजहांपुर : आसमानी पहरा से पर्यावरण के दुश्मन बच नहीं पाएंगे। दूसरे दिन भी जीपीएस की मदद से बंडा, ददरौल, भावलखेड़ा तथा पुवायां क्षेत्र में 23 किसान पराली (पइरा व पुआल) जलाते पकड़ में आ गए। डीएम के निर्देश पर उप कृषि निदेशक प्रभाकर ¨सह तथा जिला कृषि अधिकारी डा. सतीश चंद्र पाठक के नेतृत्व में गठित टीमों ने पराली जलाने में रंगे हाथो पकड़ कर उन पर जुर्माना ठोंक दिया।
दूसरे दिन उन्होंने लिया पंगा लगा जुर्माना
राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के आदेश के बावजूद पराली जलाने पर प्रशासन ने किसानों को रकबा के अनुसार चिन्हित कर जुर्माना नोटिस भेजा है। भावलखेड़ा में मुकरमपुर के वीरपाल तथा पुवायां के जसवंत ¨सह जारमानो पर 2500, बंडा के सरदारपुर निवासी भोला ¨सह, जसमेल ¨सह, प्रीतपाल, सौदागर ¨सह, ¨कदर ¨सह, मनप्रीत ¨सह, भगवंत ¨सह पर 15 हजार, इसी गांव के कुलदीप ¨सह, नगला हाजी ददरौल के बल¨वदर ¨सह, रौतापुर कला पुवायां, जगतार ¨सह ढकाखुर्द पुवायां, भूपेंद्र ¨सह नत्थापुर, तरसेम ¨सह, दर्शन ¨सह गुटैया को पांच हजार तथा मलकीत ¨सह, बल्देव ¨सह, बल¨वदर ¨सह, गुरप्रीत ¨सह दिउरिया को 2500 जुर्माना वसूली के लिए नोटिस जारी किया गया है।
जुर्माना अदा न करने पर होगी जेल : डीएम
जुर्माना अदा न करने पर संबंधित को राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) के आदेश का उज्लंघन माना जाएगा। न्यायालय की अवमानना के आरोप में कार्रवाई होगी। इसके तहत जेल भी होगी। नोटिस प्राप्ति के 15 दिन के भीतर जुर्माना अदा करने पर न्यायालय की अवमानना की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
अमृत त्रिपाठी, डीएम
पराली से मृदा की उर्वराशक्ति बढ़ाएं, प्रदूषण न फैलाएं
पराली को मिट्टी में मिलाने के कई उपकरण आ गए है। सरकार इनकी खरीद पर अनुदान भी दे रही है। पराली के मिट्टी में सड़ने पर मृदा की उर्वराशक्ति बढ़ती है। इससे पैदावार में इजाफा होता है और खाद भी कम लगती है। किसान फसल अपशिष्ट को सड़ाकर माटी की सेहत संवारे, पराली जलाकर प्रदूषण न फैलाएं।
डा. सतीश चंद्र पाठक, जिला कृषि अधिकारी