तीसरा वेतनमान संशोधन के लिए गरजे बीएसएनएल कर्मचारी
शाहजहांपुर: तीसरा वेतनमान संशोधित किये जाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर बीएसएनएल कर्मचारियों की दो द
शाहजहांपुर: तीसरा वेतनमान संशोधित किये जाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर बीएसएनएल कर्मचारियों की दो दिवसीय हड़ताल शुरू हो गई है। कर्मियों ने टेलीफोन एक्सचेंज परिसर में धरना प्रदर्शन किया। इससे कामकाज प्रभावित रहा। आंदोलन में सभी एक्जीक्यूटिव, नान एक्जीक्यूटिव कर्मचारी शामिल रहे।
धरना स्थल पर आहूत सभा में वक्ताओं ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में बीएसएनएल ने आपरेशनल लाभ अर्जित किया है। बीएसएनएल का परिचालन लाभ चार हजार करोड़ रुपये हो गया है। वहीं मार्केट शेयर की स्थिति में सुधार है। वक्ताओं ने कहा कि तीसरा वेतन संशोधन एक जनवरी 2017 से बीएसएनएल कर्मचारी दस वर्ष बाद भी नही पा सके हैं। तीसरे वेतन संशोधन के योग्य नहीं माना जा रहा है, जबकि सरकारी कर्मचारियों, बैंक एवं बीमा क्षेत्र के कर्मचारियों पर यह शर्त लागू नहीं है। सरकार को तीसरा वेतन संशोधन पर शीघ्र विचार करना चाहिए। अब बहानेबाजी नहीं चलेगी। बीएसएनएल बोर्ड ने 15 प्रतिशत फिटमेंट के साथ तीसरा वेतन संशोधन देने के लिए प्रस्ताव सरकार के अनुमोदन के लिए भेजा गया है। बीएसएनएल अतिरिक्त खर्च की भरपाई के लिए भी तैयार है। लेकिन अभी तक सरकार की ओर से सकारात्मक रुख नहीं अपनाया गया है। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि बीएसएनएल की सबसे शक्तिशाली पूंजी 66 हजार मोबाइल टावर हैं। सरकार इन टावरों को बीएसएनएल से अलग करने की धमकी दे रही है। एक अलग सहायक टावर कंपनी बनाने के लिए कैबिनेट ने अनुमोदन कर दिया है। सरकार का यह कदम पूरी तरह निजीकरण की ओर ले जाने वाला है। अध्यक्षता कर रहे सूर्य नारायण ने कहा कि कर्मचारी हितों के लिए आंदोलन जारी रहेगा। मधुरेंद्र गुप्ता, सुधारकर यादव, सूर्य नारायण शुक्ला, अनिल त्रिवेदी, जेएन वाजपेयी, हामिद मियां, आशीष कुमार, ब्रजेश कुमार, राजेश कुमार, विजय कुमार, विश्वनाथ मौर्य, केडी तिवारी, राजीव शुक्ला, पीके गुप्ता आदि रहे।