लकड़ी मंडी का सवा सौ साल पुराना मिला नक्शा
शाहजहांपुर : डीएम अमृत त्रिपाठी के भ्रमण के बाद लकड़ी मंडी को अवैध कब्जों से मुक्त करने के लिए नगर नि
शाहजहांपुर : डीएम अमृत त्रिपाठी के भ्रमण के बाद लकड़ी मंडी को अवैध कब्जों से मुक्त करने के लिए नगर निगम ने कवायद शुरू कर दी है। नगर निगम को लकड़ी मंडी तथा बहादुरगंज मंडी का सवा सौ साल पुराना नक्शा मिल गया है। नक्शे में करीब 80 फीट चौड़ी सड़क है। लेकिन लोगों ने सड़क पर कब्जा करके सड़क को गली बना दिया है। नगर निगम जल्द ही यहां सर्वे कराएगा। नगर निगम को घंटाघर से बहादुरगंज लकड़ी मंडी तथा गल्ला मंडी का नक्शा मिल गया। यह नक्शा करीब सवा सौ साल पुराना है। जो नक्शा मिला है, वह उर्द्रू में है। इसके अलावा सौ पन्नों का एक रजिस्टर भी मिला है। जिसमें लकड़ी मंडी का सारा ब्यौरा लिखा हुआ है। यह रोड पुराने समय में गल्ला मंडी के नाम से जानी जाती थी। जो सड़क की चौड़ाई है, वह करीब 80 फीट है। लेकिन कहीं-कहीं पर सड़क 45 फीट चौड़ी है। लेकिन इतनी चौड़ी सड़क पर लोगों ने कब्जा करके गली बना दिया है। गल्ला मंडी में दुकानें काफी पीछे थीं। लेकिन अब दुकानों को सड़क की पटरी तक मिला दिया गया है। इसी प्रकार लकड़ी मंडी में आरा मशीन स्वामियों ने कब्जा कर लिया है। लकड़ी के लठ्ठे सड़क पर डाल रखे है। नक्शे के मुताबिक गल्ला मंडी व बहादुरगंज मंडी का सर्वे कराया जाएगा। बताते है कि नगर निगम से भूमि फड़ के लिए आबंटित की है। लेकिन भूमि पर अधिक कब्जा करके पक्की दुकानें बना ली है। जिसका किराया 80 से 300 रुपये तक का है। नगर निगम की योजना है कि इस मार्ग पर अतिक्रमण हटाकर घंटाघर से लकड़ी मंडी से होते हुए लोहा मंडी तक वन वे बनाया जाएगा। सहायक नगर आयुक्त एस के ¨सह ने बताया कि लकड़ी मंडी का नक्शा मिल गया है औैर कई साल पुराना है। कहा कि नक्शे के आधार शीघ्र सर्वे कराया जाएगा। सर्वे के बाद अतिक्रमण हटाया जाएगा।