नफरत की होलीका जलाएंगे,सड़क बचाएंगे
रंगों और उमंगों का पर्व होली प्रेम और सौहार्द का प्रतीक है। यह होली में होलिका दहन बुराइयों को समाप्त करने का अवसर मिलता है। वहीं कुछ लोग बुराइयां समाप्त करने के बजाय जाने-अनजाने में सड़क और पर्यावरण को क्षति पहुंचा रहे हैं। ब्लाक मुख्यालय पर दर्जनों युवाओं ने हरियाली बचाने का संकल्प लिया।
संतकबीर नगर : रंगों और उमंगों का पर्व होली प्रेम और सौहार्द का प्रतीक है। यह होली में होलिका दहन बुराइयों को समाप्त करने का अवसर मिलता है। वहीं कुछ लोग बुराइयां समाप्त करने के बजाय जाने-अनजाने में सड़क और पर्यावरण को क्षति पहुंचा रहे हैं। ब्लाक मुख्यालय पर दर्जनों युवाओं ने हरियाली बचाने का संकल्प लिया।
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मंगलवार को समिति के सदस्यों ने संकल्प लिया कि नफरत की होलिका जलाने की हम शपथ खाते हैं। हम अपने आस पास की हरियाली बचाएंगे। होलिका दहन में हरे पेड़ों को नहीं जलाएंगे। इसमे सूखी लकड़ी का प्रयोग करेंगे।
पिटू राय, अध्यक्ष
होलिका समिति होलिका में हम लोग पर्यावरण की सुरक्षा का पूरा ध्यान देंगे। किसी भी दशा में प्लास्टिक को नहीं जलाएंगे।
राम बेलाश यादव,समिति सदस्य
होलिका दहन से एक दिन पूर्व गोबर के उपले और सूखे पत्ते को एकत्र कर दहन किया जाएगा। ताकि पर्यावरण सुरक्षित रहे।
विजय जयसवाल
समिति सदस्य
सड़क के किनारे व घनी आबादी के बीच होलिका दहन नहीं करेंगे। खाली स्थान और कस्बे से दूर दहन का आयोजन किया जायेग। ताकि किसी प्रकार की परेशानी न हो।
सर्वजीत यादव
समिति सदस्य