मांगों को लेकर अधिवक्ताओं का कार्य बहिष्कार
हमें डरा-धमका कर और दबाव देकर कार्य नहीं करा सकते।
संत कबीरनगर: दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता शुक्रवार को भी अपनी मांग पर अड़े रहे। धरना पर बैठे अधिवक्ताओं का कहना है कि जब तक हम लोगों की मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। हालांकि जिला जज ने सोमवार को तीन बजे अधिवक्ताओं से वार्ता के लिए समय तय किए हैं।
सिविल बार एसोसिएशन अध्यक्ष महीप बहादूर पाल व जनपद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्ण मोहन मिश्र की अगुवाई में धरना पर बैठे अधिवक्ताओं का कहना था कि निर्धारित भूमि कचहरी परिसर में निकटतम स्थल पर दिया जाय। लगभग तीन वर्षों से बैठने, पानी-पीने सहित अन्य सुविधाओं के अभाव में न्यायिक कार्य में निरंतर सहयोग करते आ रहे हैं। हल न निकाले जाने से उनकी मूलभूत समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। उच्च न्यायालय समेत जिले की न्यायिक प्रतिष्ठान ने इस तरफ कभी ध्यान नहीं दिया। परिसर से जबरन फोटोकापी, चाय-पान की दुकानें हटा दी गई। कहा कि हमें डरा-धमका कर और दबाव देकर कार्य नहीं करा सकते। उनकी सभी मांगें जायज हैं। शीघ्र ही देश के प्रधान न्यायाधीश से मिलकर समस्याओं के विषय में अवगत कराया जाएगा। पूर्व अध्यक्ष ईश्वर प्रसाद पाठक, दुर्गेश नारायण मिश्र, चतुरजी शुक्ल, शशि कुमार ओझा, निरंजन सिंह, राणा रवींद्र सिंह, रणजीत चौधरी, मिथिलेश यादव, प्रदीप पाण्डेय, प्रमोद पाण्डेय, मो.मोबिन, सरफराज नवाज, वीरेंद्रनाथ मिश्र, नवनीत पाण्डेय, दिनेश चंद्र राय, विश्वम्भर दयाल आदि अधिवक्ता शामिल रहे।