संविदा कर्मियों के पासबुक से मानदेय का करेंगे मिलान
बिजली विभाग के संविदा कर्मियों के मानदेय में हर माह लाखों रुपये का खेल हो रहा है। प्रत्येक अकुशल कर्मी को 726 रुपये व कुशल कर्मी को 915 रुपये कम दिया जा रहा है। ऐसा करके हर माह लगभग ढ़ाई लाख रुपये हड़पा जा रहा है। यह मामला उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल)तक पहुंच गया है।
संत कबीरनगर: बिजली विभाग के संविदा कर्मियों के मानदेय में हर माह लाखों रुपये का खेल हो रहा है। प्रत्येक अकुशल कर्मी को 726 रुपये व कुशल कर्मी को 915 रुपये कम दिया जा रहा है। ऐसा करके हर माह लगभग ढ़ाई लाख रुपये हड़पा जा रहा है। यह मामला उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल)तक पहुंच गया है। एक्सईएन ने सभी एसडीओ से इन कर्मियों का बैंक पासबुक मांगा है। वहीं संस्था से पूरा ब्योरा तीन दिन के अंदर कार्यालय में प्रस्तुत करने को कहा है। इसके बाद पासबुक से मानदेय भुगतान का मिलान किया जाएगा। गड़बड़ी मिलने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
प्रत्येक माह अकुशल संविदा कर्मी को ईपीएफ, इंश्योरेंस आदि मद में कटौती के बाद 7,236 रुपये की जगह 6,510 रुपये मिल रहा है। इस प्रकार प्रत्येक कर्मी के मानदेय में से 726 रुपये हड़प लिया जा रहा है। वहीं प्रत्येक कुशल कर्मी को कटौती के बाद 8,925 रुपये की जगह 8,010 रुपये मिल रहा है। इस प्रकार प्रत्येक कर्मी के मानदेय में से 915 रुपये हड़प लिया जा रहा है। जून-2019 से अप्रैल-2020 तक अकुशल व कुशल कुल 300 संविदा कर्मियों के मानदेय में से लगभग 25 लाख रुपये हड़प लिया गया है।
संविदा कर्मियों के बैंक पासबुक से मानदेय भुगतान का मिलान किया जाएगा। गड़बड़ी मिलने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
आरके सिंह-एक्सईएन खलीलाबाद