मगहर जैसा महौल कहां
हिदू मुस्लिम हो या फिर कोई अन्य धर्म मानने वाले..। सभी की राह एक है वह है महान संत कबीर की निर्वाण स्थली मगहर..।
संतकबीर नगर: हिदू, मुस्लिम हो या फिर कोई अन्य धर्म मानने वाले..। सभी की राह एक है, वह है महान संत कबीर की निर्वाण स्थली मगहर..। बुर्कानशीन महिलाएं भी बच्चों के लिए गुब्बारे, मिठाइयां, खिलौने सहित अन्य सामान खरीद रही हैं और अन्य भी..। सभी के मन में उत्साह है, मेला का आनंद लेने का जोश भी..। हर गली, सड़क से भीड़ आ रही है..। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जगह-जगह बैरियर लगे और पुलिस कर्मी भी..। हर धर्म के लोगों को एक साथ मेले का लुत्फ उठाते देख मन में यह सवाल बार-बार उठता है, क्या प्रदेश, देश व विदेश में ऐसा कोई स्थल है, जहां कबीर निर्वाण स्थली मगहर जैसी तस्वीर दिखती हो..? यकीनन, सर्वधर्म-सछ्वाव के इस तरह के नजारे केवल कबीर निर्वाण स्थली मगहर में ही हर साल मगहर महोत्सव में देखने को मिलती है। महोत्सव में लगने वाला मेला सभी धर्मों के लिए खुशियां लेकर आता है। यह स्थली एकजुटता, आपसी भाईचारा के बंधन में बंधकर इसी तरह आगे भी खुशियां मनाने के लिए लोगों को प्रेरित करती है।
मंथन करने की जरूरत-डीएम
डीएम रवीश गुप्त ने कहा कि वाकई में यह स्थल आपसी एकता, सौहार्द का संदेश देता चला आ रहा है। मगहर महोत्सव में लगने वाले मेले में जिस प्रकार हर धर्म के लोग एकसाथ लुत्फ उठाते दिखते हैं, उससे यही संदेश जाता है। समाज के सभी लोगों को इस पर मंथन करने की जरूरत है। कबीर साहेब के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। ऐसा करके आपसी द्वेष, वैमनस्यता से मुक्त सुंदर समाज के निर्माण करने की आवश्यकता है।
खोजने पर नहीं मिलेगा ऐसा महत्वपूर्ण स्थल
कलेक्ट्रेट में प्रशासनिक अधिकारी व नाजिर के पद से सेवानिवृत्त हुए नफीसुल हसन ने कहा कि वे मगहर के ही निवासी है। हिदू व मुस्लिम सभी के लिए ऐसा महत्वपूर्ण स्थल पर खोजने पर नहीं मिलेगा। इससे लोगों को सबक लेते हुए आपसी भाईचारा को मजबूत करने के लिए अपना योगदान देना चाहिए।
देखें और सोचें, बदलेगा नजरिया
मगहर महोत्सव समिति के सदस्य वेद प्रकाश चौबे का कहना है कि पूरे विश्व को शांति, समरसता का संदेश देने वाली यह धरती आपसी वैमनस्यता को दूर करके प्रेम व सौहार्द का वातावरण विकसित करने के लिए प्रेरित करती है। इस मेले के ²श्य को सभी देखें और सोचें, नजरिया जरूर बदल जाएगा।