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बारिश में पानी-पानी हो जाता है मेंहदावल

मेंहदावल में सिधिया नाले के निर्माण के साथ-साथ प्रत्येक गली मोहल्लों में नालियों का निर्माण कराया गया है। रोडवेज तिराहे से लेकर तहसील तक बड़े नाले का भी निर्माण हुआ है। उसके बावजूद भी जलजमाव की समस्या है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 11:30 PM (IST)Updated: Thu, 17 Sep 2020 05:04 AM (IST)
बारिश में पानी-पानी हो जाता है मेंहदावल
बारिश में पानी-पानी हो जाता है मेंहदावल

संत कबीरनगर : 1912 में मेंहदावल नगर पंचायत का गठन हुआ। उस समय लगभग पांच हजार की आबादी कस्बे में निवास करती थी। समय बढ़ने के साथ-साथ 2011 की जनगणना के अनुसार कस्बे की आबादी 27 हजार थी जो वर्तमान में लगभग 50 हजार के करीब है। मेंहदावल कस्बे के जल निकासी की समस्या दूर करने के लिए 90 के दशक में सिधिया नाला का निर्माण कराया गया। इसी नाले से आधे से ज्यादा आबादी का पानी शहर से बाहर जाता है। लेकिन मेंहदावल के कुछ मोहल्ले नाली की समस्या व बेहतर जल प्रबंधन न होने के कारण बारिश में जलजमाव की समस्या झेलते हैं। ठाकुरद्वारा, बारागद्दी, पश्चिमटोला आदि मोहल्लों में भारी जलजमाव देखने को मिलता है।

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मेंहदावल कस्बे में अभी भी जमींदारी व्यवस्था कायम है। लोगों के निजी तालाब और पोखरे मौजूद हैं। पिछले दो दशक में मकान निर्माण के नाम पर जिन जगहों से नालियों का पानी निकलता था वहां अब पक्के मकान बन गए। नगर पंचायत प्रशासन ने आंख बंद किया तो लोगों का मनोबल बढ़ा और हर उन जगहों पर अतिक्रमण हो गया जहां से पहले नालियों का पानी तालाब या पोखर में जाया करता था।

मेंहदावल में सिधिया नाले के निर्माण के साथ-साथ प्रत्येक गली मोहल्लों में नालियों का निर्माण कराया गया है। रोडवेज तिराहे से लेकर तहसील तक बड़े नाले का भी निर्माण हुआ है। उसके बावजूद भी जलजमाव की समस्या है। इस पूरी प्रक्रिया में नगर पंचायत में करोड़ों रुपए खर्च किए गए, लेकिन अभी भी जलजमाव की समस्या से नगर पंचायत प्रशासन को जूझना पड़ता है।

कस्बे में जिन नाली या नालों का निर्माण कराया गया उसकी गुणवत्ता बेहतर नहीं है। लोगों ने जगह- जगह जमीन पर अतिक्रमण कर लिया जिससे नालियों का पानी उफनाकर मोहल्लों में भर जाता है। जिससे लोगों को बारिश के मौसम में नारकीय जीवन जीना पड़ता है।

जहीरूद्दीन अंसारी

कस्बे से जलजमाव की समस्या दूर करने के लिए नगर पंचायत प्रशासन को जलनिकासी के लिए ठोस उपाय करने पड़ेंगे। बारिश में जलजमाव की समस्या से पूरा शहर परेशान रहता है। इसको लेकर रणनीति बनाते हुए मानक के अनुसार नालों का जाल बिछाना पड़ेगा।

-डॉ सुरेंद्र देव त्रिपाठी

जल निकासी की समस्या के लिए नगर पंचायत में नालों का निर्माण हुआ है। अतिक्रमण के कारण कुछ स्थानों पर नालियों की जमीन को पाट लिया गया है, जिससे कुछ मोहल्लों में जलजमाव की समस्या सामने आती है। जल्द ही ठोस रणनीति बनाकर जल निकासी की समस्या को दूर करने के लिए निर्माण कार्य कराए जाएंगे।

प्रदीप कुमार शुक्ल, अधिशासी अधिकारी मेंहदावल।


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