भोजन को लेकर कोरोना वार्ड में हंगामा
रविवार की देर रात खलीलाबाद के सेंट थामस स्कूल में बने कोविड-19 एल-वन वार्ड में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों ने हंगामा किया। उनका आरोप था कि वार्ड में भर्ती कुछ लोगों का भोजन बाहर से आता है।
संत कबीरनगर : रविवार की देर रात खलीलाबाद के सेंट थामस स्कूल में बने कोविड-19 एल-वन वार्ड में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों ने हंगामा किया। उनका आरोप था कि वार्ड में भर्ती कुछ लोगों का भोजन बाहर से आता है। उन लोगों को समय से न नाश्ता मिल रहा है और न ही भोजन। इतना ही नहीं वार्ड में मिलने वाले भोजन की गुणवता भी बेहद खराब है। सोमवार को प्रशासनिक अमला सक्रिय हुआ। कोविड वार्ड पहुंचकर व्यवस्था ठीक करवाई और मरीजों को भी अपनी हद में रहने की चेतावनी दी।
दो सौ बेड वाले कोरोना वार्ड में करीब पचास मरीज भर्ती हैं। कुछ मरीजों ने वार्ड की व्यवस्था देखने वाले जिम्मेदारों पर दो तरह की व्यवस्था करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। परिजनों के साथ ही अधिकारियों से भी भोजन व अन्य व्यवस्था की शिकायत की। उनका कहना था कि वार्ड में भर्ती कुछ लोगों को वीआइपी ट्रीटमेंट मिल रहा है। उनका भोजन बाहर से आ रहा है। अन्य फरमाइश भी पूरी हो रही है। उन लोगों को भोजन दिन में तीन बजे दिया जा रहा है। पूर्व में भी व्यवस्था को लेकर हो चुका है हंगामा
कोरोना वार्ड में भोजन व अन्य व्यवस्थाओं को लेकर पूर्व में भी हंगामा हो चुका है। शासन से शिकायत के बाद भोजन की व्यवस्था देखने वाले ठेकेदार को बदल दिया गया था। पहले तिवारी कैटर्स मरीजों को भोजन दे रहा था। अब यादव कैटर्स को जिम्मेदारी दी गई है। जिलाधिकारी रवीश गुप्त ने परियोजना निदेशक प्रमोद यादव को कोविड वार्ड में भोजन और अन्य सुविधाओं के लिए फैसिलिटी मजिस्ट्रेट नामित किया है। कुछ मरीज बेवजह हंगामा कर रहे थे। वह चाहते थे कि उनका भोजन उनके घर से आए। रोका गया तो आरोप लगाने लगे। प्रशासन को जानकारी दे दी गई है।
डा. हरगोविद सिंह, सीएमओ कुछ लोग अपने लिए अलग से सुविधा मांग रहे थे। रोका गया तो बवाल करने लगे। एसडीएम को मौके पर भेजकर जांच करवाई गई। जो कमी थी उसे दूर कर दिया गया। इसके साथ ही चेतावनी भी दी गई कि यदि बेवजह हंगामा किया तो कार्रवाई की जाएगी।
संजय कुमार पांडेय, अपर जिलाधिकारी