मन भी नहीं भरा और भोर हो गई
संतकबीर नगर : मगहर महोत्सव में तीसरे दिन सोमवार की रात जवाबी बिरहा कार्यक्रम के नाम रहा। बनारस के उ
संतकबीर नगर : मगहर महोत्सव में तीसरे दिन सोमवार की रात जवाबी बिरहा कार्यक्रम के नाम रहा। बनारस के उपेंद्र लाल यादव और चंदौली की नीतू चंचल की पार्टी के बीच जोरदार जवाबी जंग हुई। सभी ने एक दूसरे की धुनों और बोल को लेकर अपने अंदाज में नई रचनाएं पेश करके श्रोताओं को भरपूर मनोरंजन किया। रात 11 बजे कार्यक्रम आरंभ होने के बाद कब भोर हो गई लोगों को पता ही नहीं चला। कार्यक्रम समापन की घोषणा होने तक पंडाल खचाखच भरा रहा। कार्यक्रम का आयोजन अखिल भारतीय व्यापार मंडल व ईद निर्माता संघ द्वारा प्रायोजित किया गया।
कड़ाके की ठंड और पछुआ हवाओं के झोंके के बीच आमी नदी के तट पर बने मंच पर 14 डिग्री सेल्सियस तापमान पर नीतू चंचल ने माइक संभालने के बाद Þअइबू की नाहीं जल्दी आवा मयरिया हो, देईदा झलक एक बारÞ गाने के बाद टेरी गीत गाया इसमें उन्होंने युवाओं को केंद् रबनाकर बिरहा गाया। यह सुनकर लोग मुग्ध हो गए। जवाब में उपेन्द्र लाल यादव ने सरस्वती वंदना करने के बाद सवनवा भटकावेला मनवा रोका एके जवनवा हो। Þजवानी जंग है इसे कुर्बान करो, तुम अपनी मस्त जवानी हमारे नाम करोÞ गाकर माहौल में रंगीनी पैदा की। इसके बाद वीर रस गीत देश पर देश के वीर सपूतों की कहानी प्रस्तुत किया। बीच-बीच में चंचाल की चुटकी और उपेंद्र के सौंदर्य रस भरे व्यंग्य पर लोग आनंद लेते रहे। समय बढ़ता रहा और तीन बजे पारा 11 डिग्री पर पहुंचने का किसी को अंदाज ही नहीं लगा। समापन की घोषणा होने पर श्रोता समय को और बढ़ाने की मांग उठाने लगे। महोत्सव समिति व प्रायोजकों द्वारा कलाकारों को स्मृति चिह्न देने के साथ ही अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया गया। संचालन डा. अनिता सहगल ने किया।