रामायण के प्रसारण से तीन दशक पूर्व की यादें हो गई ताजा
संत कबीरनगर दूरदर्शन पर करीब 32 वर्ष बाद शनिवार को रामायण का प्रसारण शुरू हुआ। सुबह नौ बजे लोग अपने-अपने टीवी सेटों पर नजर गड़ाये रहे। हालांकि कोरोना के संक्रमण को लेकर फिजिकल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा।
संत कबीरनगर : दूरदर्शन पर करीब 32 वर्ष बाद शनिवार को रामायण का प्रसारण शुरू हुआ। सुबह नौ बजे लोग अपने-अपने टीवी सेटों पर नजर गड़ाये रहे। हालांकि कोरोना के संक्रमण को लेकर फिजिकल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा। पूर्व में प्रसारित हो चुके रामायण को देख चुके लोगों के लिए यह पुराने दिन की याद दिलाने वाला था। वहीं पहली बार रामायण देख रहे लोगों के लिए भी रामानंद सागर की यह प्रस्तुति लोगों को रोमांचित कर रही थी।
अधिकांश घरों में नहीं था टीवी
स्थानीय कस्बा निवासी प्रमोद छापड़िया ने कहा कि जब पहली बार रामायण शुरू हुआ था तो अधिकतर लोगों के घरों में टीवी नहीं थी। जहां थी भी वहां ब्लैक एंड ह्वाइट थी। लोग दो दिन पूर्व से ही बैट्री चार्ज कर तैयारी रखते थे। एक टीवी के पास सैकड़ों की भीड़ उमड़ती थी। उस समय कई ऐसे गांव थे जहां टीवी नहीं होती थी। आसपास के गांवों के लोग वहां पहुंचकर रामायण देखते थे। उन्होंने बताया कि टीवी का प्रचलन रामायण के प्रसारण के बाद बढ़ा।
प्रसारण का पहल सराहनीय कदम पहली बार टीवी पर रामायण देखने वाले अनिल कुमार सोनी ने कहा कि आज के दौर में रामायण का प्रसारण कर सरकार ने अच्छा कदम उठाया है। पापा, चाचा, दादा और दादी यह बताती नहीं थकती थी कि जब रामायण शुरू होता था तो सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता था। वर्तमान में भी सरकार ने लोगों को कोरोना से बचने के लिए घरों में रहने को कहा है। प्रसारण जब शुरू हुआ तो लोग टीवी पर रामायण का प्रसारण देखने में लगे थे। उन्होंने कहा कि रामायण और आज के कार्यक्रम में टेक्नालाजी का फर्क साफ नजर आ रहा है। इसके बावजूद वे लोग रामायण देखकर बहुत खुश हैं।