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शिक्षक भर्ती: दो वर्ष में भी ढूंढ़ नहीं पाए गायब फाइलें

शिक्षा विभाग में ऐन केन प्रकारणेन नौकरी हथियाने का खेल है। विद्यालयों में एक तरफ तैनाती होती है तो दूसरी तरफ फर्जी डिग्री से नौकरी हथियाने वाले शिक्षकों की शिकायत मिल रही है। जिले प्राथमिक उच्च प्राथमिक विद्यालयों के साथ सहायता प्राप्त विद्यालयों में शिक्षकों के तैनाती की अनेक फाइलें व पत्रावलियां नहीं मिल सकी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Jul 2019 10:29 PM (IST)Updated: Sun, 28 Jul 2019 10:29 PM (IST)
शिक्षक भर्ती: दो वर्ष में भी ढूंढ़ नहीं पाए गायब फाइलें
शिक्षक भर्ती: दो वर्ष में भी ढूंढ़ नहीं पाए गायब फाइलें

संतकबीर नगर : शिक्षा विभाग में ऐन केन प्रकारणेन नौकरी हथियाने का खेल है। विद्यालयों में एक तरफ तैनाती होती है तो दूसरी तरफ फर्जी डिग्री से नौकरी हथियाने वाले शिक्षकों की शिकायत मिल रही है। जिले प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों के साथ सहायता प्राप्त विद्यालयों में शिक्षकों के तैनाती की अनेक फाइलें व पत्रावलियां नहीं मिल सकी। इस मामले में दो वर्ष पूर्व कोतवाली में एफआइआर भी दर्ज हुआ था। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बीएसए कार्यालय से शिक्षकों की नियुक्ति की फाइलों व पत्रावलियों के संबंध में सूचनाएं मांगी है। कितु अभी अनेक फाइलों के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है। फाइलों के गायब होने से सवाल खड़ा है।

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शिकायत पर नहीं मिलीं फाइलें

2011 से लेकर 2015 तक जनपद के विभिन्न परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर फर्जी नियुक्ति की शिकायत पर तत्कालीन जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने डायट प्राचार्य प्रताप सिंह बघेल व तत्कालीन प्रभारी बीएसए प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी को जांच सौंपी। जिसमें नियुक्ति से संबंधित करीब दो सौ फाइलें गायब मिली। पटल सहायक राजकुमार पांडेय की तहरीर पर कोतवाली खलीलाबाद में मुकदमा दर्ज हुआ। कुछ दिन बाद सब कुछ हवा-हवाई हो गया। जुलाई 2017 से लिपिकों के स्थानांतरण व निलंबन के बाद प्रभार देने व लेने में आनाकानी हुई। जून 18 में बीएसए डा. माया सिंह के स्थानांतरण व कार्यप्रणाली को सवाल खड़ा करके कार्यालय सील की उन्हे रिलीव किया गया था।

फर्जी दस्तावेज बनने की शिकायत

सीतापुर में एसटीएफ ने जनपद धनघटा थाना निवासी शत्रुधन को गिरफ्तार किया था। यह अनिल कुमार यादव के नाम पर प्रमाण पत्र व दस्तावेज हासिल करके शिक्षक बना था। इसके बाद उसके बड़े भाई रामनंद को गिरफ्तार किया गया जो बैरमपुर टांडा में दीपक सिंह के नाम पर शिक्षक था। एसटीएफ को बताया कि प्रमाण पत्रों की फर्जी द्वितीय पत्र बनवाने का काम दोनों भाइयों ने खलीलाबाद से किया था। दोनों को जेल भेजकर बर्खास्तगी की कार्रवाई हुई। शिक्षकों की अलग-अलग समय नियुक्ति हुई है। ब्लाक स्तर पर शिक्षकों से संबंधित फाइलें तैयार की गई है। जहां भी शिकायत मिलेगी कार्रवाई होगी। फाइलें न मिलने पर एफआइआर दर्ज है। शिक्षकों के दस्तावेज की जांच की गई है। इसके लिए टीम गठित है।

सत्येंद्र कुमार सिंह

बीएसए

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