सूनी जिंदगी में नहीं भर पाए रंग
जिंदगी की सूनी हो चुकी डगर पर नये हमसफर नहीं मिल पा रहे हैं। विधवा से विवाह पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि के लिए चार साल में एक भी आवेदन न होना इसका संकेत है। इसकी एक और वजह योजना का पर्याप्त प्रचार-प्रसार न होना बताया जा रहा है।
संतकबीरनगर : जिंदगी की सूनी हो चुकी डगर पर नये हमसफर नहीं मिल पा रहे हैं। विधवा से विवाह पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि के लिए चार साल में एक भी आवेदन न होना इसका संकेत है। इसकी एक और वजह योजना का पर्याप्त प्रचार-प्रसार न होना बताया जा रहा है।
विधवा से विवाह को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में दंपती पुरस्कार योजना चल रही है। ऐसे पुरुष व विधवा जिनकी आयु 35 वर्ष या इससे कम है, वह कोर्ट या धार्मिक रीति-रिवाज से शादी करते हैं तो प्रोत्साहन स्वरूप उन्हें 11 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसके लिए हर जनपद को वार्षिक लक्ष्य और धनराशि आवंटित की जाती है। पिछले चार वर्षो से जनपद से किसी ने भी आवेदन नहीं किया है। लक्ष्य पूरा न होने के चलते आवंटित धनराशि शासन को वापस करनी पड़ रही है।
इस साल है पांच का लक्ष्य
वर्ष 2019-20 में पांच दंपतियों को प्रोत्साहन राशि देने का लक्ष्य निर्धारित है। जिला प्रोबेशन विभाग को इसके लिए 55 हजार रुपये मिले हैं। विभाग पंफलेट आदि के जरिये प्रचार में जुटा है, लेकिन अब तक एक भी आवेदन नहीं आए हैं। पिछले तीन वर्षो से यही स्थिति है।
प्रभारी जिला प्रोबेशन अधिकारी सतीश कुमार ने कहा कि लक्ष्य पूरा न होने के पीछे कई कारण है। एक तो यह छोटा जिला है, और दूसरे जागरूकता की कमी है। इसकी समीक्षा की आवश्यकता है।