प्रधान, रोजगार सेवक व दो सचिवों पर मुकदमा
नाथनगर ब्लाक के ग्राम पंचायत बरौली में आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक व्यक्ति के नाम से मनरेगा में मजदूरी का भुगतान किए जाने का मामला गरमा गया है।
संत कबीरनगर : थानाक्षेत्र के नाथनगर ब्लाक के ग्राम पंचायत बरौली में आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक व्यक्ति के नाम से मनरेगा में मजदूरी का भुगतान किए जाने का मामला गरमा गया है। सोमवार को इस मामले में नाथनगर ब्लाक में तैनात अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी (एपीओ) की तहरीर पर बरौली ग्राम पंचायत में तैनात रहे पूर्व और वर्तमान ग्राम सचिव, रोजगार सेवक व प्रधान के खिलाफ महुली पुलिस ने जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया है।
दैनिक जागरण में 10 जून को पेज चार पर 'आजीवन कारावास का कैदी कर रहा मनरेगा में मजदूरी' शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई थी। इस खबर के बाद से ही प्रशासनिक हलके में हड़कंप मच गया था। नाथनगर ब्लाक के एपीओ मनरेगा ऋषि सिंह ने बताया कि खंड विकास अधिकारी के निर्देश पर घोटाले के आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी गई थी। बरौली के नीरज पुत्र गुलाबचंद ने भी जिलाधिकारी से मिलकर शिकायत की थी कि उनके पिता बस्ती जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं, लेकिन उनके पिता के नाम से फर्जी मस्टररोल भरकर प्रधान, सचिव एवं ग्राम रोजगार सेवक द्वारा धन निकासी की जा रही है। शिकायत की जांच सहायक विकास अधिकारी (सहकारिता) ने की तो मामला सत्य मिला। जांच के बाद ग्राम सचिव केशवदास, ग्राम विकास अधिकारी दिलीप पांडेय, रोजगार सेवक पृथ्वीनाथ चतुर्वेदी एवं प्रधान राम विजय कन्नौजिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया। महुली के थानेदार प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज करके विवेचना की जा रही है।
विभागीय कार्रवाई की भी लटकी तलवार
मनरेगा में मनमाने ढंग से जेल में बंद कैदी के नाम से मजदूरी का भुगतान करके गोलमाल करने को लेकर रोजगार सेवक समेत दो ग्राम सचिवों पर विभागीय कार्रवाई की तलवार भी लटकने लगी है। नाथनगर ब्लाक समेत पूरे जिले में यह मामला चर्चा का विषय बना है।