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खरमास से बाजार में छाया सन्नाटा

भगवान सूर्य के संक्रमण से खरमास चल रहा है। इससे शुभ व मांगलिक कार्य ठप है। खरीदारी की रफ्तार थम गई है। केवल ऊनी व अति आवश्यक सामग्रियों की ही खरीदारी हो रही है। पिछले दो दिनों से खरीदारी न होने से सराफा बाजार व अन्य दुकानों पर सन्नाटा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Dec 2018 11:27 PM (IST)Updated: Tue, 18 Dec 2018 11:27 PM (IST)
खरमास से बाजार में छाया सन्नाटा
खरमास से बाजार में छाया सन्नाटा

संतकबीर नगर:भगवान सूर्य के संक्रमण से खरमास चल रहा है। इससे शुभ व मांगलिक कार्य ठप है। खरीदारी की रफ्तार थम गई है। केवल ऊनी व अति आवश्यक सामग्रियों की ही खरीदारी हो रही है। पिछले दो दिनों से खरीदारी न होने से सराफा बाजार व अन्य दुकानों पर सन्नाटा है।

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¨हदू सनातन के अनुसार खरमास में विभिन्न शुभ कार्यों व नए वस्त्रों,गहनों आदि की खरीदारी वर्जित

मानी गई है। जिसका असर बाजार पर दिख रहा है। बाजार के अधिकांश दुकानों पर ग्राहकों की कम भीड़ के चलते सन्नाटा छाया हुआ है। वैसे तो वर्ष में दो महीने खरमास के होते है। पौष मास में जब सूर्य धनु राशि में रहते है दूसरा चैत का माह में जब सूर्य मीन राशि में पहुंचते है। अब लोगों को मकर संक्रांति यानि 14 जनवरी का इंतजार करना पड़ेगा। आचार्य दयाशंकर पांडेय व गौरी शंकर शास्त्री के अनुसार ग्रहों में देव गुरु वृहस्पति सर्वाधिक शुभ माने गए हैं। ये ही लाभ व लक्ष्मी प्रदान करते है। वैज्ञानिक ²ष्टिकोण से सूर्य के प्रकाश के समक्ष सभी ग्रहों का दिखना बंद होता है और सूर्य अस्त होने के पश्चात ही सारे तारें, ग्रह आदि प्रदर्शित होते है। इस मौके पर पूजन-अर्चन, कथा श्रवण लाभप्रद रहता है। इससे जीवन में आध्यात्मिक शक्तियों द्वारा शुभ ऊर्जा का विकास होता है।


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