यहां भी हो सकता है कुशीनगर जैसा हादसा
संतकबीर नगर : कुशीनगर के दुदही रेलवे स्टेशन के समीप हुआ हादसा सबक लेने वाला है। पूर्वोत्तर रेलवे के चुरेब और मुंडेरवा स्टेशनों के बीच चकिया और खहरिया रेलवे समपार फाटक इसका नमूना है।
संतकबीर नगर : पूर्वोत्तर रेलवे के चुरेब और मुंडेरवा स्टेशनों के बीच चकिया और खम्हरिया गांव के पास सैकड़ों लोग रोज जान का जोखिम उठाकर रेल ट्रैक को पार करते हैं। ऐसा तब से है जब से रेल पटरी बिछाई गई। कई हादसे हो चुके हैं, लोगों ने ब्रिज या समपार फाटक की आवाज भी उठाई परंतु व्यवस्था अभी जस की तस है।
कांटे पुलिस चौकी से एक किमी दक्षिणा रेल पटरी है। पटरी के एक तऱफ खम्हरिया गांव तथा दूसरी तऱफ चकिया और सगरवा राजस्व ग्राम हैं।दोनों तऱफ से ट्रैक तक पिच मार्ग बना है,¨कतु यहां समपार फाटक नहीं है। चकिया और सगरवा गांव के लोग इसलिए रेल पटरी लांघने का जोखिम उठाते हैं क्योंकि यह दूरी मात्र एक किलोमीटर है। अन्यथा की स्थिति में उन्हे फुलवरिया-भुजैनी होकर कांटे पहुंचने में सात किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है। स्थानीय लोग बताते हैं कि कुछ माह पहले सगरवा की एक वृद्ध महिला यहां ट्रैक पार करते समय ट्रेन की चपेट मे आ गई थी। 2017 में एक मोटर सायकिल को पार करते समय भी यहां हादसा हुआ था। चकिया-खम्हरिया मे भी रोज स्कूली बच्चे, पैदल और साइकिल सवार,ट्रैक्टर रेल ट्रैक पार करने का जोखिम उठा रहे हैं। जनपद के एक मात्र मानव रहित क्रा¨सग चकिया पर यदि व्यवस्था नहीं चेती और कोई बड़ा हादसा हुआ तो इसकी जिम्मेदारी किस पर होगी।
पुराने फाटक पर अंडरपास की तैयारी
खम्हरिया गांव के पश्चिम रेलवे के एक पुल के नीचे से अंडरपास बनाने की तैयारी चल रही है। यहां पर रेल विभाग की ओर से सामग्री गिराई जा रही है किंतु, लोग इससे संतुष्ट नहीं हैं। उनकी मांग कांटे से चकिया जाने के लिए समपार फाटक की है। चकिया गांव के रामजी चौधरी ,राजकपूर ,अब्बास अली ,धीरेंद्र कुमार आदि ने बताया कि जहां अंडरपास निर्मित करने की बात चल रही है, वहां बरसात मे जलजमाव के चलते आवागमन संभव नहीं होगा।
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