पुलिस की चुस्ती या आंकड़ों का खेल
पिछले दो साल से लगातार घट रही मुकदमों की संख्या -पुलिस रिकार्ड के अनुसार सभी प्रकार की घटनाओं में आई कमी
संत कबीरनगर : जिले में लगातार हो रही चोरी, लूट, दुष्कर्म समेत गंभीर घटनाओं के बाद भी पुलिस रिकार्ड में अपराध का ग्राफ गिरा है। इन आंकड़ों पर पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही है। यह और बात है कि वर्तमान में अधिकतर लोग थानों पर मुकदमा दर्ज न होने की शिकायत कर रहे हैं। पिछले तीन सालों में जिले में एक भी डकैती नहीं हुई। फिरौती के लिए अपहरण भी नहीं किया गया। हां, 2017 की तुलना में वाहन चोरी की घटनाओं में जरूर बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
पुलिस के मुकदमों का रजिस्टर यह बता रहा है कि कई बड़े मामलों को पुलिस ने पिछले एक साल में सुलझा दिया, जो वर्षों से अनसुलझे थे। बीते 2019 में 2017 की तुलना में आपराधिक घटनाएं हर क्षेत्र में कम घटित हुईं। वाहन चोरी को छोड़ दें तो चोरी, लूट, हत्या, दहेज हत्या, दुष्कर्म, जैसी घटनाएं लगातार कम हुईं। जो मामले प्रकाश में आए उन्हें समय रहते सुलझा भी लिया गया। वर्ष 2017 में कुल 1565 मामले दर्ज हुए थे। 2018 में यह आंकड़ा 1403 हो गया। एक साल बाद 2019 में कुल 1294 मामले ही दर्ज हुए।
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अपराध- वर्ष 2017- 2018- 2019
डकैती- 0- 0- 0
लूट- 13- 11- 8
हत्या- 27- 15- 12
बलवा- 56- 34- 23
गृह भेदन- 36- 30- 25
वाहन चोरी - 55- 59- 59
चोरी - 111- 126- 109
अपहरण- 0- 0- 0
दहेज हत्या- 27- 15- 9
दुष्कर्म- 63- 37- 16
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पुलिस अपराध और अपराधियों पर नजर रखे है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच जाते हैं, यही कारण है कि अपराध के ग्राफ में कमी आई है। फरियादियों को थाने स्तर पर ही न्याय मिल जा रहा है।
ब्रजेश सिंह, पुलिस अधीक्षक