पीआइसीयू बचाएगा इंसेफ्लाइटिस पीड़ितों की जान
अतुल मिश्र, मेहदावल क्षेत्र के लोगों के लिए अच्छी खबर है। अब यहां पर इंसेफ्लाइटिस पीड़ितों क
अतुल मिश्र, मेहदावल
क्षेत्र के लोगों के लिए अच्छी खबर है। अब यहां पर इंसेफ्लाइटिस पीड़ितों का उपचार हो सकेगा तथा गंभीर स्थिति में ही मरीज को रेफर किया जाएगा। अब यहां प्रेजेटिव पीआइसीयू का निर्माण हो रहा है, जिससे पीड़ित बच्चों को तत्काल उपचार मिल सकेगा जिससे उनका जीवन बचने की संभावना ज्यादा होगी। जानकारों के मुताबिक गोरखपुर मेडिकल कालेज में हुए आक्सीजन कांड के बाद सरकार ने यह कदम उठाया है।
जापानी बुखार से हो रही असमय मौत पर लगाम लगाने के लिए मेहदावल सीएचसी में प्रेजेटिव पीआइसीयू कक्ष का निर्माण कराया जा रहा है जिसमें इंसेफ्लाइटिस पीड़ित बच्चों को तत्काल उपचार मिल सकेगा। अगर बीमारी प्राथमिक स्टेज मे है तो मरीज मेहदावल से ही ठीक हो जाएगा तथा गंभीर होने पर उसे गोरखपुर मेडिकल कालेज रेफर किया जाएगा। मरीज को गोरखपुर मेडिकल कालेज भेजने के लिए एम्बुलेंस का प्रयोग किया जाएगा ताकि रास्ते में मरीज को परेशानी का सामना न करना पड़े। मेहदावल में प्रेजेटिव पीआइसीयू भवन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। मेहदावल में औसतन 100 से ज्यादा मरीज जापानी बुखार के एक वर्ष में सीएचसी में आते हैं, लेकिन यहां पर उसका उपचार नहीं होने के नाते उनको रेफर करना पड़ता था जिनमें से करीब दो दर्जन मरीजों की मौत हो जाती थी।
ये होंगी सुविधाएं
सीएचसी में बन रहे प्रेजेटिव पीआइसीयू भवन में वेंटिलेटर को छोड़ सभी सुविधाएं होंगी जो इंसेफ्लाइटिस पीड़ित मरीजों के लिए काफी कारगर होंगी। यह कक्ष पूरी तरह से वातानुकूलित होगा जिससे तापमान की समस्या मरीज को न झेलनी पड़े। कक्ष में 24 घंटे के लिए अलग से स्टाफ नर्स और चिकित्सक की नियुक्ति होगी जो यहां पर भर्ती मरीज का ही देखभाल करेंगे। तीन बेड वाला यह प्रेजेटिव पीआइसीयू होगा जिसमें एक साथ तीन मरीज भर्ती किए जा सकेंगे। यहां पर प्रत्येक बेड पर आक्सीजन की व्यवस्था होगी जिससे मरीज को 24 घंटे उसकी सुविधा मिल सके। भवन बनने के बाद यहां पर जापानी बुखार से संबंधित दवाएं भी उपलब्ध होंगी जिससे चिकित्सकों को उपचार करने में आसानी होगी। संक्रमण आदि से निपटने के लिए भी यहां पर संसाधन लगाए जा रहे हैं जो मरीज की जान बचाने में उपयोगी साबित होंगे। मरीजों को होगा लाभ : सीएचसी प्रभारी
सीएचसी प्रभारी मोहन झा ने बताया कि पीआइसीयू कक्ष बनाने की मांग कई वर्षों से की जा रही थी जो अब पूरा हुआ है। अब हम इंसेफ्लाइटिस पीड़ितों का उपचार कर सकेंगे क्योंकि हमे वह सब सुविधाएं इस भवन में मिलेंगी जिससे हम मरीज का उपचार कर सकें। यहां काफी संख्या में जापानी बुखार के मरीज आते हैं, लेकिन सुविधा न रहने के कारण उनको रेफर करना पड़ता था।