लॉकडाउन में उद्योगों को उबारने का ऑनलाइन प्रयास
लॉकडाउन के चलते आई आर्थिक मंदी को दूर करने के लिए औद्योगिक इकाइयों को पटरी पर लाने की कवायद शुरू हो गई है। उद्यमियों की समस्याओं के निदान के लिए जहां वेबसाइट और एप लांच किया गया है वहीं इछुक उद्यमियों को सस्ता कर्ज भी ऑनलाइन ही उपलब्ध कराया जा रहा है।
संत कबीरनगर : लॉकडाउन के चलते आई आर्थिक मंदी को दूर करने के लिए औद्योगिक इकाइयों को पटरी पर लाने की कवायद शुरू हो गई है। उद्यमियों की समस्याओं के निदान के लिए जहां वेबसाइट और एप लांच किया गया है, वहीं इच्छुक उद्यमियों को सस्ता कर्ज भी ऑनलाइन ही उपलब्ध कराया जा रहा है। पिछले दिनों ऑनलाइन लोन मेले में सात लोगों को 74.45 लाख रुपये का ऋण दिया गया था।
जनपद में 6,172 लघु इकाइयां आनलाइन पंजीकृत हैं। इसमें से छोटे-बड़े 1,781 उद्योग चल रहे हैं। डीघा बाईपास के पास स्थित औद्योगिक क्षेत्र में चार जबकि रैना पेपर मिल के पास एक मैदा मिल चल रही है। हाइवे स्थित इंडस्ट्रियल एरिया में चार राइस मिलें, पांच बेकरी, एक कंफेक्शनरी, एक वाटर प्लांट संचालित है। ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 200 ईंट भट्ठे, 13 राइस मिलें, 30 से अधिक आटा चक्कियां, 30 सरसो पेराई की मशीनें लगी हैं। वर्तमान में आनलाइन पंजीकृत लघु इकाइयों में 28.85 फीसद छोटे-बड़े उद्योग चल रहे हैं। विभाग का प्रयास है कि बाकी के 71.15 फीसद छोटे-बड़े उद्योग भी जल्द चलने लगें। इस क्रम में 15 मई को ऑनलाइन रोजगार संगम लोन मेले का आयोजन कर इच्छुक पात्रों को लोन वितरित किया गया था। इस योजना के तहत मिला ऋण
योजना लाभार्थी रकम
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना 02 24
मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना 02 37
एक जनपद-एक उत्पाद वित्त पोषण योजना 01 09
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना 02 4.45
नोट : रकम रुपये लाख में हैं। मदद करेगा 'एमएमई साथी एप'
उपायुक्त उद्योग रवि कुमार शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 मई को मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एक जनपद-एक उत्पाद वित्त पोषण योजना के ऑनलाइन वेबसाइट www.स्त्रद्बह्वश्चद्वह्यद्वद्ग.ह्वश्चह्यस्त्रष्.द्दश्र1.द्बठ्ठ और उद्यमियों की समस्याओं के निस्तारण के लिए 'एमएमएमई साथी एप' का उद्घाटन किया था। यह दोनों माध्यम उद्योग को पटरी पर लाने में बेहद अहम साबित होंगे।