लगातार बढ़ रही टीबी रोगियों की संख्या
क्षय रोग (टीबी) को समाज से समाप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अनेक प्रकार के अभियान चलाए जा रहे हैं। घर-घर जाकर रोगियों की पहचान करके उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने के लिए भी टीमें लगी हैं परंतु आंकड़े बीमारी से ग्रसित लोगों की संख्या बढ़ने की तरफ संकेत कर रहे हैं।
संतकबीर नगर:क्षय रोग (टीबी) को समाज से समाप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अनेक प्रकार के अभियान चलाए जा रहे हैं। घर-घर जाकर रोगियों की पहचान करके उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने के लिए भी टीमें लगी हैं परंतु आंकड़े बीमारी से ग्रसित लोगों की संख्या बढ़ने की तरफ संकेत कर रहे हैं। अब इसमें कहां से चूक हो रही है यह तो स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों की पड़ताल के बाद ही सामने आ सकेगा।
क्षय रोग नियंत्रण के लिए 10 से 22 जून तक पखवारे का आयोजन करके 77 टीमों के माध्यम से 231 कर्मियों द्वारा घर-घर पहुंचकर रोगियों की पहचान करने का कार्य किया था। दो लाख 26 हजार सात सौ 93 लोगों की जांच की गई थी। पाजिटिव मिले लोगों को डाट्स के माध्यम से निश्शुल्क दवाएं भी दी जाने लगीं। इसके साथ ही जागरूकता वाहनों को गांव-गांव भेजने और नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से बीमारी के प्रति सभी को सचेत किया गया। निजी चिकित्सकों को भी क्षय रोग मुक्ति अभियान में शामिल करके उन्हें प्रति मरीज की दर से प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। इसके बाद भी रोगियों की संख्या बढ़ना अपने आप में एक सवाल बन रहा है।
इतने मिले रोगी
वर्ष 2019 के जनवरी से लेकर मार्च तक तीन माह में क्षय रोग से ग्रसित मरीजों की संख्या 33 रही। अप्रैल से जून तक तीन माह में यह संख्या बढ़कर 45 हो गई। खास बात है कि जुलाई माह में ही अब तक सिर्फ एक माह में यह संख्या 16 की सामने आ चुकी है जबकि दो माह का सर्वे बाकी है। विभाग के स्तर से क्षय रोग नियंत्रण के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। कुछ रोगियों द्वारा लापरवाही के कारण दवा बीच में ही बंद कर दिए जाने से बाद के सर्वे में इनकी संख्या आंकड़ों में शामिल हो जाती है। टीबी रोग का पूरी तरह से इलाज संभव है।
डा. एसडी ओझा
जिला क्षय रोग अधिकारी
संतकबीर नगर