आकर्षण का केंद्र रही मटकी फोड़ प्रतियोगिता
बघौली कस्बा में जन्माष्टमी के पर्व पर शनिवार को मटका फोड़ कार्यक्रम हुआ। चार टोली में युवाओं ने जोर आजमाइस की। नर्मदेश्वर टोली ने सफल हुई। टोली में शंकर नंदी गोविदा शामिल थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम व झांकी आकर्षण का केंद्र रही।
संतकबीर नगर:बघौली कस्बा में जन्माष्टमी के पर्व पर शनिवार को मटका फोड़ कार्यक्रम हुआ। चार टोली में युवाओं ने जोर आजमाइस की। नर्मदेश्वर टोली ने सफल हुई। टोली में शंकर, नंदी, गोविदा शामिल थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम व झांकी आकर्षण का केंद्र रही।
रत्नेश्वर सिंह रतन ने कहाकि ऐसे आयोजन से सामाजिक समरसता बढ़ता है। सांस्कृतिक कार्यक्रम में बालक बालिकाओं द्वारा राधा कृष्ण के रूप में बेहद मनमोहक नृत्य किया। समिति अध्यक्ष शम्भूनाथ गुप्ता,लाल जी प्रजापति , सुरेश चंद्र का कहना है कि क्षेत्रवासियों के सहयोग से यह कार्यक्रम निरंतर पांच वर्ष से चल रहा है,जो आगे भी जारी रहेगा। इसी क्रम बाहिलपार में भी मटका फोड़ प्रतियोगिता हुई। गिरजेश सिह, सुजीत सिंह,बालेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।
आकर्षण का केंद्र रही झांकियां
संतकबीर नगर : जन्माष्टमी पर श्रद्धालुओं द्वारा सजाई गई झांकियां आकर्षण का केंद्र बनी रही। एचआर इंटर कालेज खलीलाबाद में झांकी सजाकर वंदन हुआ। चाहे कृष्ण कहो या रात, बाजत मुरली मस्त -मस्त, कांहा तेरी बंशी व राधा तेरी चुनरी पर प्राची, अपेक्षा मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। कभी राम बनके कभी श्याम बनके, प्रभु आप की कृपा से., लीलाधारी प्रभु आपकी शरण में आकर. बड़ा परेशान करे नंद का ललनवा., करलू सिगार राधा. आदि गीत पर सभी झूमते रहे।
कन्हैया तूझे एक नजर देखना है.
मोलनापुर में चंद्रशेखर त्रिपाठी के नेतृत्व में भजन कीर्तन हुआ। पूरी रात भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति की मंदाकिनी बहती रही। गणपति वंदना
के पश्चात श्याम तेरी वंशी, कन्हैया तुझे इक नजर देखना है., मेरे तो गिरधर नंद गोपाल, बाजत मुरली ., मन मथुरा तन वृदांवन.,
कृष्णा-कृष्णा हरे हरे, मोह लागी लगन., तू ही मेरा सेठ तू ही साहूकार, खेती बुआई की प्रभु तेरे नाम की., दासी की विनती सुन लीजें मोहे हाथ पकड़ मत छोड़े प्रमुख रहा।
बालरूप श्रीकृष्ण
खलीलाबाद में नन्हें-नन्हें बच्चों ने श्रीकृष्ण की वेश-भूषा में विविध कार्यक्रम प्रस्तुत किया। श्रीकृष्ण लीला व बच्चों की मनमोहक प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र रहीं जिसे देख श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे। चाहे कृष्ण कहो या राम, बाजत मुरली मस्त-मस्त, कांहा तेरी बंशी व राधा तेरी चुनरी पर बच्चों ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया।
कान्हा की भक्ति में झूमे
कोपेश्वर नाथ शिव मंदिर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर महाशिवरात्रि जैसा माहौल रहा। यहां सुबह से दोपहर झांकी सजाकर यशोनंदन का गुणगान किया गया। भजन-कीर्तन में लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।