मनबढ़ों ने पीटा, पुलिस समझौते का बना रही दबाव
गांव के कुछ मनबढ़ बाग में पहुंचकर आम तोड़ने लगे
मनबढ़ों ने पीटा, पुलिस समझौते का बना रही दबाव
जागरण संवाददाता, धनघटा, संतकबीर नगर: महिला ने धनघटा पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है। उसने कहा कि मनबढ़ों ने उसके पति व बच्चों को पीटकर गंभीर कर दिया। वह न्याय की आस में पुलिस के पास पहुंची तो वह समझौता करने का दबाव बनाने लगी। इतना ही नहीं फर्जी मुकदमा में फंसाने की धमकी दी। तीन घंटे तक चौकी में जमीन पर बैठाए रखा। बाद में बहुत गिड़गिड़ाने पर घर जाने की इजाजत दी।
पुलिस अधीक्षक को दिए प्रार्थना पत्र में धनघटा थाना क्षेत्र की औटना निवासी गीता देवी ने लिखा है कि शनिवार को उनका आठ वर्षीय बेटा रमन सौर सात वर्षीय भतीजा अंश बाग में आम की रखवाली कर रहे थे। इसी दौरान गांव के कुछ मनबढ़ बाग में पहुंचकर आम तोड़ने लगे। दोनों बच्चे जब मना किए तो आरोपितों ने उनकी पिटाई शुरू कर दी। बच्चों ने जब शोर मचाया तो उनके पति जितेंद्र दूबे भागकर बाग में पहुंचे। उन्होंने जब बच्चों को पीटने का कारण पूछा तो मनबढ़ों ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया। उनका सिर फट गया और वह बेहोश हो गए। उन्हें गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। वह इसकी शिकायत लेकर जब थाने पहुंची तो दो पुलिसकर्मी उनसे मिल गए और उनके ऊपर उल्टे ही मुकदमा दर्ज करवाने का दबाव बनाते हुए सुलह-समझौता करने का दबाव बनाने लगे। पुलिसकर्मियों ने जमीन पर तीन घंटे तक बंधक बनाए रखा। उनके साथ थाने गया बेटा जब रोने लगा और वह भी गिड़गिड़ाने लगीं तो पुलिस वालों ने धमकी देते हुए छोड़ा कि यदि मुकदमा दर्ज कराने की बात करोगी तो पति को जेल जाने से कोई रोक नहीं सकता। महिला का आरोप है कि मनबढ़ पैसे वाले लोग हैं। पुलिस उनके प्रभाव में है। यदि उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह बच्चे के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर आमरण अनशन करेंगी।
पुलिस ने यदि पीड़ित महिला को तीन घंटे तक थाने में बैठाए रखा और सुलह-समझौता का दबाव बनाया तो यह गंभीर मामला है। यदि मारपीट हुई है तो मामला दर्ज होना चाहिए। वह स्वयं इसकी जांच करेंगे। जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई होगी। महिला को हर हाल में न्याय मिलेगा।
रामप्रकाश, पुलिस क्षेत्राधिकारी, धनघटा