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मुश्किल भरे दौर को अपनों के साथ बनाएं यादगार

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए घर से बाहर निकलना पूरी तरह से मना है। इस दौर में घर-परिवार के साथ बिताने के साथ ही सगे-सम्बन्धियों और इष्ट मित्रों से फोन या संदेशों के आदान-प्रदान के माध्यम से जुड़े रहना बेहतर विकल्प हो सकता है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Apr 2020 10:22 PM (IST)Updated: Wed, 08 Apr 2020 06:09 AM (IST)
मुश्किल भरे दौर को अपनों के साथ बनाएं यादगार
मुश्किल भरे दौर को अपनों के साथ बनाएं यादगार

संत कबीरनगर: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए घर से बाहर निकलना पूरी तरह से मना है। इस दौर में घर-परिवार के साथ बिताने के साथ ही सगे-सम्बन्धियों और इष्ट मित्रों से फोन या संदेशों के आदान-प्रदान के माध्यम से जुड़े रहना बेहतर विकल्प हो सकता है।

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मनोचिकित्सक डा. तन्वंगी मणि शुक्ला का कहना है कि लॉकडाउन में मानसिक तनाव भी बढ़ रहा है। इसे नजरिया बदलकर दूर किया जा सकता है। इसके लिए यह हमेशा याद रखें कि लॉकडाउन कोरोना का फैलाव रोकने के लिए जरूरी है। दूसरा, आप घर में रहकर देश व समाज के लिए योगदान दे रहे हैं । तीसरा, यह अनंत काल की समस्या नहीं है। लॉकडाउन के वक्त को छुट्टी की तरह इस्तेमाल करें । पति-पत्नी एक दूसरे को वक्त दें। बच्चों के साथ खेलें और समय बचे तो भविष्य की प्लानिग करें ।


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