लोक कल्याण का संदेश देती है भागवत कथा
संतकबीर नगर : शहर में समय माता मंदिर परिसर में चल रही नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ मे
संतकबीर नगर :
शहर में समय माता मंदिर परिसर में चल रही नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में बुधवार को चौथे दिन की कथा हुई। कथा व्यास ने राजा परिक्षित द्वारा स्वामी शुकदेव से मृत्यु का समय निकट आने के समय किए जाने वाले प्रश्न का प्रसंग सुनाया। संगीतमय कथा सुनकर सभी मुग्ध रहे। अंत में आरती करके स्तुति की गई।
मुबंई से पधारे कथा व्यास आचार्य राजकुमार शास्त्री महाराज ने कहा कि भागवत कथा भागवत धर्म की प्रतिष्ठा के लिए है। आसुरी स्वभाव समाप्त हो और भक्ति ज्ञान तथा विवेक वैराग्य की वृद्धि हो इन्हीं समस्याओं का श्रीकृष्ण कथाओं के माध्यम से समाधान ही भागवत गीता है। भागवत धर्म आत्म कल्याण और लोक मंगल के लिए है। यही भागवत कथा का उद्देश्य होता है। सृष्टि विस्तार आदि प्रसंग का श्रवण कराते हुए कहा कि माता-पिता का सेवा करना ही सबसे बड़ा पुण्य है। भगवान ही मनुष्यों में वास करते हैं। पावन कथा लोक कल्याण का संदेश देती है।
इस मौके पर आचार्य डा. रामसुभग ओझा, लालबाबा बालक दास, त्रयम्बक त्रिपाठी, ¨वदेश्वरी प्रसाद मिश्र, काली प्रसाद पांडेय, पं. कृष्ण कुमार पांडेयख् रामनारायण उपाध्याय, अजय शास्त्री, विवेक राय, लक्की वर्मा, संतोष दास,
विजय प्रकाश मिश्रा, केशरीनंदन राय, सतेंद्र राय, भोलू उपाध्याय, ईश्वर जायसवाल, विवेक छापडिया, चंद्रशेशकर त्रिपाठी, संगीता, रेनू, प्रमिला, प्रियात्मा पांडेय, ममता, माया दूबे आदि मौजूद रहे।
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कथा में आज
-गुरुवार को प्रियव्रत चरित, भरत चरित, प्रहलाद चरित पर कथा होगी। यह जानकारी आयोजक लाल बाबा बालक दास ने दी।