शिक्षक विहिन विद्यालयों में कैसे पूरा होगा पाठ्यक्रम
जनपद में शिक्षा व्यवस्था लचर बनी हुई है। माध्यमिक विद्यालयों में सेवानिवृत्त के बाद शिक्षकों की तैनाती नहीं हो सकी है। नए सत्र के शुभारंभ से पूर्व ही तीन प्रधानाचार्य व 17 शिक्षक सेवानिवृत्त हो गए। इससे व्यवस्था लड़खड़ा रही है।
संतकबीर नगर : जनपद में शिक्षा व्यवस्था लचर बनी हुई है। माध्यमिक विद्यालयों में सेवानिवृत्त के बाद शिक्षकों की तैनाती नहीं हो सकी है। नए सत्र के शुभारंभ से पूर्व ही तीन प्रधानाचार्य व 17 शिक्षक सेवानिवृत्त हो गए। इससे व्यवस्था लड़खड़ा रही है।
कक्षा छह से 12 तक के 254 विद्यालय हैं। इसमें एक राजकीय कन्या इंटर कालेज के साथ 34 सहायता प्राप्त विद्यालय हैं। 13 हाईस्कूल स्तर के राजकीय विद्यालय में करीब छह दर्जन शिक्षकों का अभाव बना हुआ है। एक मात्र राजकीय कन्या इंटर कालेज में एक भी प्रवक्ता की तैनाती नहीं है। करीब 12 शिक्षकों की कमी है, वहीं राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में नौ स्थानों पर शिक्षकों का अभाव बना हुआ है।
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प्रधानाचार्य के पद रिक्त
जनपद में 34 सहायता प्राप्त विद्यालयों में महज दर्जन भर में ही प्रधानाचार्य की तैनाती है। 22 प्रवक्ता में 27 पद रिक्त हैं। 653 सहायक अध्यापकों में महज 403 पर तैनाती है, जबकि 251 पद रिक्त हैं। लिपिक के 21 व चतुर्थ श्रेणी के 90 पदों पर तैनाती नहीं हो सकी ।
जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार सिंह ने कहा कि प्रधानाचार्य व शिक्षकों के रिक्त पदों की सूचना देकर की तैनाती के लिए पत्र भेजा गया है। राजकीय माध्यमिक विद्यालय में अवकाश प्राप्त शिक्षकों को मानदेय पर रखा गया है। सहायता प्राप्त विद्यालयों के साथ ही वित्तविहीन विद्यालयों में दिशा निर्देश दिए गए हैं।