यहां छप्पर में गुजर-बसर करना मजबूरी
वैसे तो क्षेत्र के हर गांव में अमीर और गरीब दोनों हैं। किसी के पास पक्का मकान है तो कोई अभी भी झोपड़ी में रह रहा है। कितु सांथा ब्लाक का गोपालपुर गांव में लगभग एक हजार लोग निवास करते हैं लेकिन सभी के घर छप्पर के बने हुए है यहां पर पक्के मकान खोजने से भी नहीं मिलते है।
संतकबीर नगर: वैसे तो क्षेत्र के हर गांव में अमीर और गरीब दोनों हैं। किसी के पास पक्का मकान है तो कोई अभी भी झोपड़ी में रह रहा है। कितु सांथा ब्लाक का गोपालपुर गांव में लगभग एक हजार लोग निवास करते हैं लेकिन सभी के घर छप्पर के बने हुए है यहां पर पक्के मकान खोजने से भी नहीं मिलते है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रत्येक गरीब परिवारों को आवास मुहैया कराने का निर्देश है लेकिन जिम्मेदारों की नजर गोपालपुर गांव 60 परिवारों पर नहीं पड़ी। राशन कार्ड की सुविधा न मिलने से समस्या है। पूरा गांव मजदूरी करके पेट पालता है लेकिन जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए तरस रहा है।
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ग्रामीण ने सुनाई पीड़ा
गोपालपुर निवासी राजेंद्र का कहना है कि हम लोग सुनते है कि दूसरे गांव में सभी को आवास मिल रहा है लेकिन इस गांव में ज्यादातर गरीब लोग ही रहते है फिर भी किसी को आवास नहीं मिल सका। जीतन का कहना है कि आवास, पेंशन व राशनकार्ड नहीं मिला है। गंगाराम व परमात्मा का कहना है कि गोपालपुर गांव में दो या तीन लोग विदेश में कमाते है। उनकों छोड़कर सभी झोपड़ी में रहता है।
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सूची में नाम न होने की वजह से हुई समस्या: बीडीओ
सांथा बीडीओ रविद्र नाथ चतुर्वेदी ने बताया कि गोपालपुर गांव के लोगों का नाम बीपीएल सूची में नही था। सरकार द्वारा छूटे हुए परिवारों को चिन्हित करने के लिए प्लान प्लस योजना चलाई गई है जिसके तहत आवास योजना से छूटे हुए परिवारों को चिह्नित करके आवास योजना का लाभ दिया जाएगा।