स्वास्थ्य महकमे को ही नहीं मिल रहे मास्क
एक तरफ कोरोना के खात्मे के लिए जंग चल रही है। जिला संयुक्त चिकित्सालय को इसका मुख्य केंद्र बनाया गया है। यहीं पर जांच और संदिग्ध मरीजों को भर्ती करने का इंतजाम किया गया है।
संत कबीरनगर : एक तरफ कोरोना के खात्मे के लिए जंग चल रही है। जिला संयुक्त चिकित्सालय को इसका मुख्य केंद्र बनाया गया है। यहीं पर जांच और संदिग्ध मरीजों को भर्ती करने का इंतजाम किया गया है। सुरक्षा के लिए सरकारी स्तर से जारी आदेश में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही भर्ती मरीजों को भी मास्क दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को भी मास्क नहीं मिल पा रहे हैं। जैसे-तैसे करके सिर्फ कोरोना वार्ड से जुड़े लोगों को मास्क उपलब्ध करवाए गए हैं।
निर्धारित व्यवस्था के अनुसार कोरोना से जंग के लिए जरूरी सामानों की मांग के लिए जेम पोर्टल पर आर्डर भेजा जाना है। जिला संयुक्त चिकित्सालय के सीएमएस डा. वाइपी सिंह ने बताया कि एक पखवारा पूर्व 7800 मास्क का आर्डर भेजा गया था। अभी तक एक भी मास्क नहीं मिल सके हैं। अस्पताल के स्टाक में रखे मास्क का वितरण कर्मियों में किया गया है। कम मास्क होने से इसे सिर्फ कोरोना वार्ड में लगाए गए चिकित्सकों और कर्मियों को दिया गया है। गंभीर रोगियों के साथ ही अन्य संदिग्ध मरीजों को मास्क दिए जाने में बाधा सामने आ रही है।
खुद बाजार से खरीद रहे मास्क
जिला अस्पताल समेत सीएचसी और पीएचसी पर तैनात आशा, एएनएम, वार्ड ब्वाय, फार्मासिस्ट आदि को बाजार से मास्क खरीदना पड़ रहा है। इनकी गुणवत्ता को लेकर भी सभी के मन में आशंका हो रही है। अभाव में सभी खुद के इंतजाम से कोरोना की लड़ाई लड़ रहे हैं।
मास्क के लिए आर्डर भेजने के बाद भी आपूर्ति नहीं हो पाने को लेकर शासन को पत्र भेजा जा रहा है। सभी अस्पतालों पर दवाएं उपलब्ध हैं। किसी को डरने की आवश्यकता नहीं है।
डा. हरगोविद सिंह, सीएमओ