भगवान भरोसे चल रहा प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्रों पर इलाज
सरकार की घोषणाओं और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं को देखने पर हाल बदहाल नजर आ रहा है। कहीं ऐटी रैबीज वैक्सिन की उपलब्धता नहीं होने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है तो कहीं कर्मियों की लापरवाही से मरीजों को झेलना पड़ रहा है। इसे लेकर जागरण की पड़ताल में कुछ इसी तरह की बात सामने आई।
संतकबीर नगर: सरकार की घोषणाओं और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं को देखने पर हाल बदहाल नजर आ रहा है। कहीं ऐटी रैबीज वैक्सिन की उपलब्धता नहीं होने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है तो कहीं कर्मियों की लापरवाही से मरीजों को झेलना पड़ रहा है। इसे लेकर जागरण की पड़ताल में कुछ इसी तरह की बात सामने आई।
दिन में 10 बजे: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बघौली पर कुत्ता काटने की सुई लगवाने के लिए आए रामजीत को सुई उपलब्ध नहीं होने से वापस लौटना पड़ा। उन्होंने बताया कि शनिवार को वह जिला अस्पताल पर आधार कार्ड लेकर जाएंगे। पेट दर्द का इलाज करवाने आई सोनमती ने कहा कि उसे अस्पताल से दवाएं मिली हैं। यहां दो चिकित्सकों की तैनाती है और सभी ओपीडी में मौजूद मिले। फार्मासिस्ट राज कुमार वर्मा ने बताया की अस्पताल पर 68 प्रकार की दवायें उपलब्ध हैं। सांप कांटने पर लगाने वाली एएसवी उपलब्ण है परंतु कुत्ता काटने पर लगाई जाने वाली एआरवी उपलब्ध नहीं है। लैब् टेक्नीशियन रविन्द्र कुमार ने बताया कि 12 प्रकार की जांच अस्पताल पर की जा रही है। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. सियाराम यादव ने कहा कि उपलब्ध संसाधनों से मरीजों की देखभाल की जा रही है। वहीं क्षेत्र के संजीव राय श्याम नारायण प्रधान सहित तमाम लोगों ने बघौली अस्पताल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने की मांग की।
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पौली में समय से नहीं आती महिला चिकित्सक
पौली ब्लाक के रोसया बाजार स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर महिला चिकित्सक के समय से नहीं आने का मामला सामने आया। यहां दिन में 11 बजे पहुंचने पर रामलली ने बताया कि दो दिनों से वह लगातार अस्पताल आ रही हैं परंतु महिला डाक्टर से मुलाकात नहीं हो पाई। अब वह प्राइवेट स्तर से इलाज करवाने को विवश हैं। 11.30 पर ठाकुर प्रसाद यादव ने बताया कि पेचिश को लेकर वह परेशान थे अब दवा मिल जाने से घर लौट रहे हैं। शिवबखरी एहतमाली की राज सुहानी को खून की कमी के कारण चक्कर आ रहा था। ओपीडी में देखने के बाद चिकित्सक ने उन्हें ड्रिप लगवाने की सलाह दी। 12 बजे तेजपुर गांव की प्रियंवदा पेट दर्द से पीड़ित होकर आईं उन्हें भी भर्ती कर दिया गया। तिलकूपुर गांव की करीना पेट दर्द से पीड़ित थीं उन्हें भी दवा देकर घर भेज दिया गया। अनेक लोगों ने यहां तैनात महिला चिकित्सक के नियमित नहीं आने की शिकायत करते हुए सिर्फ स्टाफ नर्स के मौजूद रहने की बात कही। फार्मासिस्ट रजनीश कुमार उपाध्याय,लैब असिस्टेंट सीताशरण गुप्ता,वार्ड बॉय राम प्रसाद यादव आदि मौके पर मौजूद रहे।
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