गेहूं की धीमी खरीद के लिए मौसम को ठहराया दोषी
संतकबीर नगर: प्रमुख सचिव-खाद्य एवं रसद ने सोमवार को वीडियो कांफ्रें¨सग (वीसी) के जरिये समीक्ष्
संतकबीर नगर: प्रमुख सचिव-खाद्य एवं रसद ने सोमवार को वीडियो कांफ्रें¨सग (वीसी) के जरिये समीक्षा की। इन्होंने समीक्षा में पाया कि इस जिले के 62 में से 45 केंद्रों ने लक्ष्य 41,800 मीट्रिक टन(एमटी)की तुलना में अब तक 223 किसानों से 1251.12 यानी 2.99 फीसद एमटी गेहूं खरीद की है, जबकि पिछले साल इस अवधि में एक छटांक भी खरीद नहीं हो पाई थी। फिलहाल सभी केंद्रों पर खरीद न हो पाने और गेहूं की धीमी खरीद के लिए यहां के अधिकारियों ने प्रमुख सचिव के सामने मौसम को दोषी ठहराया।
एडीएम वित्त एवं राजस्व / जिला खरीद अधिकारी ने रणविजय ¨सह ने बताया कि खाद्य विभाग के आठ केंद्रों को पांच हजार एमटी, पंजीकृत समिति के तीन केंद्रों को तीन हजार एमटी,पीसीएफ के 45 केंद्रों को 30 हजार एमटी, यूपीएग्रो के दो केंद्रों को पांच सौ एमटी, कर्मचारी कल्याण निगम के तीन केंद्रों को 1300 एमटी तथा भारतीय खाद्य निगम के एक केंद्र को दो हजार एमटी लक्ष्य दिया गया है। जनपद के कुल 62 खरीद केंद्रों को 41,800 एमटी गेहूं खरीदने का लक्ष्य मिला है। अब तक 223 किसानों से 1251.12 एमटी गेहूं खरीदा गया है, लक्ष्य की तुलना में 2.99 फीसद खरीद हुई है। सरकार द्वारा घोषित 1735 रुपये प्रति क्विंटल व 10 रुपये छनाई, उतराई व पल्लेदारी प्रति क्विंटल यानी कुल 1745 रुपये प्रति क्विंटल की दर से भुगतान किया जा रहा है। इन किसानों को 218.32 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया है, किसी किसान का कोई बकाया नहीं है। प्रमुख सचिव ने कहाकि पुराना चावल जिसकी डिलीवरी अभी तक एफसीआइ को नहीं हो पाई है, उसकी जल्द डिलीवरी करा कर शासन को इससे अवगत कराएं। कलेक्ट्रेट के एनआइसी में वीसी में भाग लेने के लिए एडीएम वित्त एवं राजस्व के अलावा प्रभारी डिप्टी आरएमओ रामानंद जायसवाल, पीसीएफ के जिला प्रबंधक सुरेश चंद्र त्रिपाठी, एग्रो के जिला प्रबंधक हरिशंकर पाण्डेय सहित सभी खरीद एजेंसियों के जिला प्रबंधक शामिल रहे।
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