मोदी जी के मन की बात, करती फूलों की बरसात
संतकबीर नगर : जन साहित्यिक मंच की काव्य गोष्ठी रविवार को खलीलाबाद पब्लिक स्कूल में हुई। यहां रचना
संतकबीर नगर :
जन साहित्यिक मंच की काव्य गोष्ठी रविवार को खलीलाबाद पब्लिक स्कूल में हुई। यहां रचनाएं सुनाकर रचनाकारों से जहां संदेश दिया वहीं व्यंग भी कसा। काव्य गोष्ठी में राजेंद्र बहादुर ¨सह हंस ने अपनी रचना आजादी कैसी मिली, कैसा मिला विधान, नहीं कर सका देश यह पुरुषों का सम्मान। यह कैसी राजनीति है सुनाकर अवसरवादी चरित्र को उजागर किया। वयोवृद्ध रचनाकार सिबगतुल्लाह शाद नंदौरी ने मोदी जी के मन की बात करती फूलों की बरसात। एटीएम हो गए कैशलेस अच्छे दिन है है सौगात सुनाकर कथनी और करनी के अंतर को उजागर किया।
अध्यक्षता करते हुए नर¨सह नारायण कमल ने लाल-लाल माटी दिखी हर्षित पुल्लकित देश छोटे सुंदर घर सजे हंसता है परिवेश सुनाकर दक्षिण भारत यात्रा का संस्मरण सुनाया।
डा.एमएम इस्लाम सूफी बस्तवी ने कलम किताब सद जिसकी जान होती है, उसी अदीब की मीठी आवाज होती है सुनाकर महत्व को समझाया।
एहसास मगहरी ने आपको जब भी मोहब्बत से मैंने देखा है, दिल मेरा धड़का है सौ बार खुदा करें सुनाकर एहसास बताया। सबा ने तू अंधेरों को रोशमी लिख दें, हर अमावस को रोशनी लिख दे सुनाकर उजाले की कामना की। राधेश्याम मिश्र श्याम ने नेता जब बोलते है सदन में आग लग जाती है तन बदन में, झूठ पर झूठ सब बोलते है सुनाकर चरित्र उजागर किया।
इस मौके पर विजय प्रताप यादवेंद्र, सरदार हरिभजन ¨सह बलभद्र नाथ तिवारी, शरद भटनागर, अखंड प्रताप ¨सह आदि मौजूद रहे।