रोक के बाद भी खेतों में धड़ल्ले से जल रही पराली
पर्यावरण प्रदूषण को रोकने एवं मिट्टी उर्वरता को नष्ट होने से बचाने के लिए प्रशासन ने खेतों में पराली जलाने पर रोक लगा दिया है। इसके बावजूद भी बेलहर में खेतों में पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं। इससे पुलिस और प्रशासनिक अमले की सक्रियता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
संतकबीर नगर:पर्यावरण प्रदूषण को रोकने एवं मिट्टी उर्वरता को नष्ट होने से बचाने के लिए प्रशासन ने खेतों में पराली जलाने पर रोक लगा दिया है। इसके बावजूद भी बेलहर में खेतों में पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं। इससे पुलिस और प्रशासनिक अमले की सक्रियता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
बेलहर के अनेक गावों में शाम होते ही पराली जलाने का कार्य आरंभ कर दिया जा रहा है। गेहूं की बोआई करने के लिए खेतों को तैयार करने के लिए इस प्रकार का कार्य किया जा रहा है। कृषि विशेषज्ञों द्वारा खेत में धान की डंठल को जोतकर पानी भरने से इसके खाद बनने की बात कही जा रही है। कोर्ट द्वारा भी इसे लेकर कठोर रूख अख्तियार किया गया है। जिले के विभिन्न भागों में किसानों पर कार्रवाई भी हुई है। बेलहर पुलिस की सुस्ती के कारण यहां रोक नहीं लग पा रही है। एसडीएम प्रेम प्रकाश अंजोर ने बताया कि कहीं भी पराली जलाने की बात सामने आई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी