पोखरे की खूबसूरती पर अतिक्रमण का दाग
मेंहदावल कस्बे के टड़वरिया मोहल्ले में बड़े क्षेत्रफल में फैला हुआ एक सार्वजनिक पोखरा है। पोखरे में वर्तमान समय में पानी भरा है लेकिन चारों तरफ से लोगों ने पोखरे पर अतिक्रमण कर लिया है। जिससे पोखरा सिकुड़ रहा है।
संतकबीर नगर : पानी के संचयन के लिए विकास महकमा प्रतिवर्ष पोखरे की खुदाई व सुंदरीकरण कार्य पर करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाता है। लेकिन जहां पर पोखरे पहले से ही खोदे गए हैं और लोगों के उपयोग में आ सकते हैं, उनके रखरखाव व बेहतरी के लिए विकास महकमा सहित प्रशासनिक अमला चुप रहता है। इससे सार्वजनिक पोखरे अतिक्रमण का शिकार हो रहे हैं।
मेंहदावल कस्बे के टड़वरिया मोहल्ले में बड़े क्षेत्रफल में फैला हुआ एक सार्वजनिक पोखरा है। पोखरे में वर्तमान समय में पानी भरा है, लेकिन चारों तरफ से लोगों ने पोखरे पर अतिक्रमण कर लिया है। जिससे पोखरा सिकुड़ रहा है। पोखरे में लोग कूड़ा-कचरा डालकर उसके पानी को प्रदूषित बना रहे हैं, जिससे पोखरे की खूबसूरती पर दाग लग रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में भी सार्वजनिक पोखरों पर अतिक्रमण
मेंहदावल, सांथा, बेलहर विकास खंड में स्थित तीन दर्जन से अधिक पोखरे अतिक्रमण के शिकार हैं। पोखरे के किनारे आसपास बसे लोग जमीन को पाटकर अपनी हद में मिला लेते हैं। लेकिन राजस्वकर्मी कागजों में गांव का निरीक्षण करने में मस्त हैं। जिससे सार्वजनिक पोखरे अतिक्रमण का शिकार होकर अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। धर्मसिंहवा, नंदौर, दुधारा आदि स्थानों पर भी आए दिन ग्रामीण सार्वजनिक पोखरे पर अतिक्रमण की शिकायत करते हैं। लेकिन कार्रवाई सिफर रहती है।
अजय कुमार त्रिपाठी, एसडीएम ने बताया कि तहसील क्षेत्र के ताल, पोखरे के बारे में राजस्वकर्मियों से जानकारी ली जाएगी। जिन पर अतिक्रमण हुआ होगा, उन्हें मुक्त कराया जाएगा। संबंधित के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।