कोई भ्रांति न फैलाएं ,खुद बचें औरों को भी बचाएं
कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार और स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह सतर्क है। समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने उचित समाधान सुझाया है।
संत कबीरनगर: कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार और स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह सतर्क है। समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने उचित समाधान सुझाया है। इसका पालन जरूरी है जिससे कोरोना के खिलाफ लड़ाई सही दिशा में ही आगे बढ़ सके ।
कोरोना के लिए बनी रैपिड रिस्पांस टीम के प्रभारी डा. एके सिन्हा ने बताया कि मच्छरों के काटने से कोरोना नहीं होता है। बालों को हेयर ड्रायर से सुखाने से कोरोना के वायरस समाप्त होने का मामला भी सही नहीं है। शरीर पर अल्कोहल या क्लोरीन के छिड़काव से भी वायरस को नहीं रोका जा सकता है। इसी तरह से कुछ युवाओं का यह मानना है कि उन्हें कोरोना का संक्रमण नहीं हो सकता है यह भी एक भ्रम है। कोरोना वायरस किसी भी आयु वर्ग के व्यक्ति को अपनी चपेट में ले सकता है। उन्होंने कहा कि गर्मी-ठंडी का भी कोरोना से कोई सम्बंध नहीं है। उन्होंने कोरोना से बचाव के लिए गर्म पानी से नहाने के मिथक से बचने को कहा।
कोरोना से बचाव के लिए करें यह कार्य
- हाथ को बार-बार साबुन से 40 सेकेंड तक धोएं
- बार-बार अपना चेहरा, नाक या मुंह न छुएं
- अतिथियों को न आमंत्रित करें और न किसी के घर मिलने जाएं
- आपस में बातचीत करते समय कम से कम एक मीटर की दूरी रखें
- खांसते या छींकते समय साफ रुमाल या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें।