गाजीपुर की बालिका का यौन शोषण की घटना से इंकार
बाल कल्याण समिति(सीडब्ल्यूसी)के समक्ष गाजीपुर की बालिका ने किसी भी प्रकार के यौन शोषण की घटना होने से इंकार कर दिया है। पुलिस ने बालिका को नाबालिग बताया लेकिन आयु से संबंधित प्रमाण पत्र न होने पर सीडब्ल्यूसी ने पुलिस को आयु परीक्षण के निर्देश दिए हैं।
संतकबीर नगर: बाल कल्याण समिति(सीडब्ल्यूसी)के समक्ष गाजीपुर की बालिका ने किसी भी प्रकार के यौन शोषण की घटना होने से इंकार कर दिया है। पुलिस ने बालिका को नाबालिग बताया लेकिन आयु से संबंधित प्रमाण पत्र न होने पर सीडब्ल्यूसी ने पुलिस को आयु परीक्षण के निर्देश दिए हैं। इंटीग्रेटेड ग्रिवेंस रीड्रेसल सिस्टम(आइजीआरएस)में एक व्यक्ति ने यह शिकायत की है कि इस बालिका के साथ दुष्कर्म किया जा रहा है। इस पर समिति ने बालिका को तलब करने के निर्देश पुलिस को दिया था।
सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष अमित उपाध्याय व सदस्य सत्य प्रकाश उर्फ टीटू ने बताया कि बखिरा थानाक्षेत्र के सांड़ा निवासी इसरार अहमद ने आइजीआरएस में यह शिकायत की है कि गाजीपुर की एक नाबालिग बालिका को बखिरा थानाक्षेत्र के एक गांव में रखा गया है। इस बालिका के साथ दुष्कर्म किया जा रहा है। इस मामले में आरोपितों पर मुकदमा दर्ज नहीं है। मंगलवार को बखिरा के एसआइ बलराम पाण्डेय व महिला कांस्टेबल शिमला मिश्र मंगलवार को एक नाबालिग बालिका को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया। गाजीपुर की इस बालिका ने समिति के सामने यौन शोषण किए जाने से साफ इंकार कर दिया। पूछताछ में इस बालिका की उम्र 13 साल होने की बात सामने आई लेकिन इससे संबंधित प्रमाण पत्र न होने पर समिति ने पुलिस को आयु परीक्षण कराने के निर्देश दिए।