चार वर्ष बाद भी नहीं पूरा हो सका आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण
प्रतियोगिता में बीए प्रथम वर्ष की सौम्या मिश्रा प्रथम सलोनी यादव द्वितीय व बीए तृतीय वर्ष के आकाश चौरसिया ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता में विभिन्न कक्षाओं के 67 स्वयंसेवकों ने प्रतिभाग किया।
संतकबीर नगर: ग्रामीण क्षेत्रों में कुपोषण मुक्ति अभियान संचालन समेत बाल विकास योजनाओं को प्रभावी बनाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण की स्वीकृति मिली थी। योजना के तहत अनेक स्थानों पर चार वर्ष बीतने के बाद भी कार्य अधूरा पड़ा है।
ग्रामीण अभियंत्रण विभाग संतकबीर नगर द्वारा सांथा विकास खंड के ग्राम जमयाताल, पुनया, सेवाइचपार,टोटहा आदि में आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण का कार्य लगभग चार वर्ष पहले ठेकेदार के माध्यम से आरंभ करवाया था। छह लाख 32 हजार रुपये हर आंगनबाड़ी केंद्र के लिए निर्धारित थे। ठेकदार ने भवनों का ढांचा खड़ा करके कार्य पूरा नहीं किया। न तो प्लास्टर किया गया न ही फर्श आदि बनाया गया। इससे सरकार की योजना को गहरा झटका लग रहा है। क्षेत्रीय निवासी राम प्रकाश, राजकपूर, गोविद, कमलेश आदि ने जिलाधिकारी से अधूरे आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण पूरा करवाने की मांग की।
22 को लखनऊ में प्रदर्शन करेंगे रोजगार सेवक
बेलहर विकास खंड सभागार में बुधवार को रोजगार सेवकों की बैठक हुई। जिलाध्यक्ष प्रदीप पांडेय ने सभी को 22 जनवरी को लखनऊ पहुंचने का आह्वान किया।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार ग्राम रोजगार सेवकों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। कई बार धरना प्रदर्शन के बाद भी कुछ नहीं हो सका। इस बार प्रदेश संगठन ने निर्णायक जंग करने का निर्णय लिया है। कहा कि प्रदेश के हर जनपदों से रोजगार सेवक इस आंदोलन में शतप्रतिशत उपस्थिति दर्ज करवाएंगे। अमरनाथ मिश्र, अजय राय, रमेश, अरुण कुमार, रीता चौधरी, विनोद, अशोक, तीर्थराज, धर्मेंद्र यादव, अर्चना कौशल, सुनील, संदीप आदि मौजूद रहे।
निबंध में सौम्या प्रथम व सलोनी को मिला दूसरा स्थान
हीरालाल रामनिवास स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बुधवार को युवा सप्ताह के दूसरे दिन राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में कोरोना संकट में युवाओं की भूमिका विषय पर निबंध प्रतियोगिता हुई। विद्यार्थियों ने इसमें पूरे उत्साह से प्रतिभाग किया।
प्रतियोगिता में बीए प्रथम वर्ष की सौम्या मिश्रा प्रथम, सलोनी यादव द्वितीय व बीए तृतीय वर्ष के आकाश चौरसिया ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता में विभिन्न कक्षाओं के 67 स्वयंसेवकों ने प्रतिभाग किया।
निर्णायक की भूमिका समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष विनय कुमार सिंह व प्राचीन इतिहास के प्रवक्ता मनोज मिश्र ने निभाई।