दूर नहीं हो रही राशन वितरण में अनियमितता की शिकायतें
कोरोना से जंग के लिए चल रहे लाकडाउन में गरीबों को भूखे पेट न सोना पड़े इसके लिए योगी सरकार ने कई कदम उठाए हैं। गरीब परिवारों को राशन मनरेगा मजदूरों के श्रम का भुगतान ठेला दुकानदारों पल्लेदारों को एक हजार रुपये देने का आदेश है।
संत कबीरनगर: कोरोना से जंग के लिए चल रहे लाकडाउन में गरीबों को भूखे पेट न सोना पड़े इसके लिए योगी सरकार ने कई कदम उठाए हैं। गरीब परिवारों को राशन, मनरेगा मजदूरों के श्रम का भुगतान, ठेला दुकानदारों, पल्लेदारों को एक हजार रुपये देने का आदेश है। इसके बाद भी राशन वितरण व्यवस्था में अभी भी तमाम खामियां नजर आ रही हैं, जिसके कारण गरीबों को निश्शुल्क राशन पाने के लिए परेशान होना पड़ रहा है। जनपद में लगभग 3 लाख 31 हजार राशनकार्ड है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्र में 315017 कार्डधारक हैं। छह दिनों में अभी तक लगभग 65 फीसद वितरण का दावा किया जा रहा है।
पांच कोटेदारों पर दर्ज हो चुका है मुकदमा
पहली अप्रैल से सरकार ने राशन वितरण करने का निर्देश दिया था। समय रहते राशन का उठान तो हुआ लेकिन वितरण करने में कुछ कोटेदार आनाकानी करने लगे। जिलाधिकारी के आदेश पर कुछ जगहों पर छापेमारी हुई तो तमाम कोटेदारों का स्टाक ही नहीं मिला। जांच हुआ तो पता चला कोटेदारों ने उठान के बाद ही राशन को कालाबाजारी करके बेंच लिया। जहां राशन दिया भी जा रहा है वहां बड़े पैमाने पर घटतौली हो रही है। मेंहदावल में तीन, धनघटा और खलीलाबाद में एक-एक कोटेदार पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
हर गरीब को निश्शुल्क राशन दिया जाएगा। कुछ जगहों पर दिक्कत की सूचना मिल रही है। कुछ कोटेदारों पर कार्रवाई भी हुई है। सरकार की योजनाओं को हर हाल में आमजन तक पहुंचाया जाएगा।
रवीश गुप्त, जिलाधिकारी