Move to Jagran APP

विद्यार्थियों में बाल वैज्ञानिक का गुण विकसित करने पर मंथन

कार्यक्रम में प्राथमिक उच्चतर माध्यमिक व माध्यमिक विद्यालयों के 86 प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। वर्चुअल कार्यशाला का शुभारंभ जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार सिंह ने विषय पर शिक्षकों की जिम्मेदारी सुनिश्चित कराते हुए किया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 10:35 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 10:35 PM (IST)
विद्यार्थियों में बाल वैज्ञानिक का गुण विकसित करने पर मंथन
विद्यार्थियों में बाल वैज्ञानिक का गुण विकसित करने पर मंथन

संतकबीर नगर: 28वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की जनपदीय मार्गदर्शक शिक्षक वर्चुअल कार्यशाला बुधवार को हुई। जूम एप पर दिन में 11 से एक बजे तक विद्यार्थियों में बाल वैज्ञानिक का गुण विकसित करने पर मंथन किया गया। इसरो व भामा अनुसंधान के वैज्ञानिकों ने शिक्षा में विज्ञान के बेहतर ज्ञान पर जोर दिया।

loksabha election banner

कार्यक्रम में प्राथमिक, उच्चतर माध्यमिक व माध्यमिक विद्यालयों के 86 प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।

वर्चुअल कार्यशाला का शुभारंभ जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार सिंह ने विषय पर शिक्षकों की जिम्मेदारी सुनिश्चित कराते हुए किया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में बच्चों के परियोजना निर्माण की कार्यशैली में बदलाव लाना होगा। उनकी प्रतिभा को निखारना होगा। समस्त कार्यक्रम आनलाइन करते हुए करना होगा । इसरो के वैज्ञानिक विजय कुमार वर्मा ने कहा बच्चों को प्रेरित कर सृजनात्मक सोच विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने बच्चों को मोटिवेट करने के लिए सुझाव भी दिया। भाभा एटामिक रिसर्च सेंटर के वैज्ञानिक डा. कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य उद्देश्य देश के कोने कोने में छुपी वैज्ञानिक प्रतिभा को निखारना है।

राज्य अकादमिक समन्वयक डा. विजय कुमार ने पावर पाइंट के माध्यम से परियोजना निर्माण पर विस्तार से जानकारी दी। बाल विज्ञानी सौरभ सिंह ने अपने अनुभवों को शेयर करते हुए बताया कि परियोजना में खामियां होने पर पूरा सिस्टम बिगड़ जाता है। जिला विज्ञान समन्वयक निशा यादव ने बताया कि किस प्रकार से हम कोरोना काल में अधिक से अधिक बच्चों का रजिस्ट्रेशन एवं प्रतिभाग के लिए प्रेरित करें। राज्य समन्वयक डा. सत्येंद्र कुमार सिंह ने कहा कि हम विज्ञान कांग्रेस में किसी परियोजना पर कार्य करते हैं न कि माडल पर। इससे बच्चों में तार्किक क्षमता का विकास होता है। वर्चुअल प्लेटफार्म के लिए तकनीकी सहयोग हीरालाल रामनिवास इंटर कालेज के राज कश्यप व सुशांत यादव ने दिया।

संचालन जिला समन्वयक अभिषेक कुमार सिंह व जिला अकादमिक समन्वयक डा. आरके सिंह ने किया।

डा. हरिप्रकाश पाठक , अलोक सिंह, अंकित शाहू ,संजय प्रसाद ,फैया•ा अहमद, प्रदीप श्रीवास्तव, अंकुर त्रिपाठी, अजीत कुमार, सत्येंद्र यादव, दिवाकर शुक्ल, राजेश त्रिपाठी, सुनील कुमार, अरुण कुमार ओझा, बंटी राय, सिकंदर कुमार, दिगपाल, आदर्श आदि ने प्रतिभाग किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.